भीलवाड़ा. गुर्जर समाज के ईष्ट भगवान देवनारायण के 1111वीं जयंती पर राजस्थान के भीलवाड़ा में भगवान देवनारायण की जन्मस्थली पर आयोजित समारोह में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मालासेरी डूंगरी मंदिर में पूजा-अर्चना की और सर्व समाज के कल्याण की कामना की. इसके पश्चात भीलवाड़ा में आयोजित एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब भगवान देवनारायण का बुलावा आया तो मैं भी हाजिर हो गया. कोई भी प्रधानमंत्री यहां नहीं आया है. मैं पूरे भक्ति भाव से आपकी तरह एक यात्री के रूप में आशीर्वाद लेने आया हूं. अभी मुझे यज्ञशाला में पूर्णाहुति देने का सौभाग्य मिला है. भगवान देवनारायण और जनता का दर्शन से मैं धन्य हो गया.
पीएम मोदी ने कहा कि जितना बड़ा यह अवसर है, उतनी ही बड़ी भागीदारी गुर्जर समाज ने सुनिश्चित की है. इसलिए मैं आप सभी को बधाई देता हूं. भारत अपने इतिहास और सभ्यता पर गर्व करता है. दुनिया के साथ सभी सभ्यता समाप्त हो गई हैं, क्योंकि वो खुद को ढाल नहीं पाए. पीएम मोदी ने कहा कि भारत को तोडऩे की कोशिश हुई. भारत में ही इसकी कोशिश हुई, लेकिन नहीं हो पाया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत एक सद्भावना की अभिव्यक्ति है. भारत अटल है, अजर है, अमर है. यह शक्ति हमारे समाज की शक्ति है. देश के कोटि-कोटि जनों की शक्ति है. भगवान देव नारायण के प्रति समाज में आस्था है. इसलिए वो लोगों के जीवन में बसे हुए हैं. भगवान देव नारायण ने सेवा और जनकल्याण को सर्वोच्च माना. राशन मिलेगा या नहीं, कितना मिलेगा यह गरीब की बड़ी चिंता थी. आज राशन मिल रहा है. यही नहीं मुफ्त मिल रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो किसान पहले तरसता था, आज उन्हें प्रधानमंत्री किसान निधि से सम्मान मिल रहा है. भगवान देवनारायण ने गौ सेवा को, समाज को सशक्त बनाया था और आज देश में भी हो रहा है. करोड़ों पशुओं का मुफ्त टीकाकरण का अभियान चल रहा है. आज पूरे देश में गोवर्धन योजना भी चल रही है. कचरे को कंचन में बदलने का अभियान है. यहां सृजन है, उत्साह है, उत्सव है, परिश्रम है और शौर्य भी है. यह प्रेरणा स्थली भारत के अनेक गौरवशाली प्रेरणा की साक्षी रही है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का भारत, नया भारत बीते दशकों में हुई भूलों को सुधार रहा है. आज पूरी दुनिया भारत की ओर बहुत उमीदों से देख रही है. भारत ने जिस तरह अपना दमखम दिखाया है, उसने शूरवीरों का भी गौरव बढ़ाया है. आज भारत दुनिया के हर मंच पर अपनी बात डंके की चोट पर कहता है.
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने अपने कार्यकाल में समाज के हर उपेक्षित एवं वंचित तबके को सशक्त करने का प्रयास किया है और वह वंचितों को वरीयता मंत्र को लेकर आगे बढ़ रही है. पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया के हर बड़े मंच पर अपनी बात डंके की चोट पर कहता है. आज भारत दूसरे देशों पर अपनी निर्भरता कम कर रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर मैंने लाल किले की प्राचीर से पंच प्रण पर चलने का आग्रह किया था. उद्देश्य यही है कि हम सभी अपनी विरासत पर गर्व करें, गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलें और देश के प्रति अपने कर्तव्यों को याद रखें. अपने मनीषियों के दिखाए रास्ते पर चलना और हमारे बलिदानी शूरवीरों के शौर्य को याद रखना भी इसी संकल्प का हिस्सा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-परीक्षा पे चर्चा: पीएम मोदी ने कहा- अगर आप फोकस्ड रहते हैं तो कभी न कभी संकटों से बाहर आ जाएंगे
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