दिल्ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ ही संसद के बजट सत्र की औपचारिक शुरूआत हो गई. राष्ट्रपति ने संसद के दोनों संदनों की एक संयुक्त बैठक को संबोधित किया. राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद में दिए अपने पहले अभिभाषण में आत्मनिर्भर भारत, भ्रष्ट्राचार, सामाजिक न्याय, समेत कई मुद्दों का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही आयुष्मान योजना की सराहना की. राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि सरकार ने बिना किसी भेदभाव के हर वर्ग के लिए काम किया है. बीते कुछ वर्षों में सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि अनेक मूल सुविधाएं आज या तो शत-प्रतिशत आबादी तक पहुंच चुकी हैं या फिर उस लक्ष्य के बहुत निकट हैं.
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने पहले अभिभाषण में कहा कि डिजिटल इंडिया और 5जी में पूरी दुनिया भारत का लोहा मान रही है. विरासत के साथ-साथ तकनीक में भी हम आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि ड्रोन और सोलर ऊर्जा की वजह से देश के किसान सशक्त हुए हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार की पंच प्रण योजना से गुलामी से मुक्ति मिली है. गुलामी की मानसिकता से मुक्ति की लगातार कोशिश की जा रही है. आज राजपथ कर्तव्य पथ हो गया है.
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि हमें आत्मनिर्भर भारत बनाना है. ये ने युग का नया भारत है. आजादी के अमृतकाल का कालखंड है. हमे ऐसा भारत बनाना है जो गरीब न हो. गुलामी के हर निशान, हर मानसिकता से मुक्ति दिलाने के लिए भी सरकार निरंतर प्रयासरत है. जो कभी राजपथ था, वह अब कर्तव्यपथ बन चुका है. उन्होंने कहा कि सरकार का स्पष्ट मत है कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र का और सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा दुश्मन है. इसलिए बीते वर्षों से भ्रष्टाचार के खिलाफ निरंतर लड़ाई चल रही है.
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि वन नेशन वन राशन कार्ड तक एक बहुत बड़ा स्थाई सुधार हमने किया है, आयुष्मान भारत योजना ने देश के करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से बचाया है. सरकार ने बिना किसी भेदभाव के हर वर्ग के लिए काम किया है. पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को नई परिस्थितियों के अनुसार आगे भी चलाने का निर्णय लिया है. सरकार ने हर उस समाज की इच्छाओं को पूरा किया है, जो सदियों से वंचित रहा है. गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी, इनकी इच्छाओं को पूरा कर उन्हें सपने देखने का साहस दिया है.
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि सरकार ने अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग की आकांक्षा को जगाया है. ये वही वर्ग है जो विकास के लाभ से सबसे अधिक वंचित था. सरकार की योजना से आज मां और बच्चे दोनों को बचाने में सफलता मिली है. सरकार बेटियों की पढ़ाई से लेकर उनको सभी सुविधाओं देने तक, सभी विषयों पर काम कर रही है. किसान क्रेडिट कार्ड से किसानों को लाभ पहुंचा. एक तरफ मंदिर तो दूसरी ओर संसद का निर्माण हुआ. हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी. भारत दुनिया का बड़ा स्पेस पॉवर बन रहा है. सरकार ने विरासत को मजबूती दी है. धाम के साथ मेडिकल कॉलेज का भी निर्माण हुआ.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा, 6 अप्रैल को होगा समापन, 66 दिनों में होंगी 27 बैठकें
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