मुंबई. सोमवार से शुरू हो रहे महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने अपने सभी विधायकों को पूरे समय सदन में उपस्थित रहने को लेकर व्हिप जारी किया है. ऐसा माना जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट को घेरने के लिए ऐसा किया गया है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और 39 अन्य विधायकों के पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार पिछले साल जून में गिर गई थी. निवार्चन आयोग ने हाल ही में शिवसेना नाम और उसका चुनाव चिह्न तीर-कमान शिंदे नेतृत्व वाले गुट को दे दिया. शिवसेना विवाद के बीच महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने गुरुवार को कहा था कि उन्हें निचले सदन में अलग पार्टी होने का दावा करने वाले किसी समूह का आवेदन नहीं मिला.
राहुल नार्वेकर ने बताया था कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में 55 शिवसेना विधायकों और उनके मुख्य सचेतक भरत गोगावाले वाली पार्टी को ही मान्यता प्राप्त है. राहुल नार्वेकर ने विधायक दल के नेता के रूप में शिंदे की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. भरत गोगावाले ने रविवार शाम कहा था कि हमने शिवसेना के सभी विधायकों को बजट सत्र के दौरान पूरे समय उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है. ऐसा न करने पर विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि शिवसेना का नाम और निशान केंद्रीय चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे से लेकर एकनाथ शिंदे को दे दिया है. सुप्रीम कोर्ट में शिंदे-ठाकरे विवाद की सुनवाई 28 फरवरी को होगी. इन सबके बीच सत्ताधारियों और विपक्षी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू है. इसका असर पूरे सत्र में दिखाई देने वाला है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-उद्धव गुट को संसद में लगा झटका, सचिवालय में शिंदे गुट को मिला शिवसेना संसदीय कार्यालय
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