अभिमनोज. लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी की सियासी बेचैनी बढ़ती जा रही है, कारण?
पिछले विभिन्न चुनावों के नतीजे बताते हैं कि उत्तर भारत में बीजेपी की पकड़ कमजोर हो चुकी है, अभी उत्तर भारत की लोकसभा की अधिकतम सीटें बीजेपी के पास हैं, लेकिन अब 2024 में इन्हें जीतना आसान नहीं है!
यही वजह है कि बीजेपी अब दक्षिण भारत की ओर देख रही है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि उत्तर भारत में बीजेपी की बड़ी कमी को दक्षिण भारत कैसे पूरा कर पाएगा?
दक्षिण भारत का राजनीतिक नजरिया एकदम अलग है, जो बीजेपी के लिए ठीक नहीं है, बीजेपी को थोड़ी-बहुत उम्मीद कर्नाटका से है, लेकिन कर्नाटका की लोकसभा सीटें तो पहले से ही बीजेपी के हिसाब में शामिल हैं, लिहाजा अतिरिक्त सीटें हासिल करने में कर्नाटका की कोई बड़ी भूमिका नहीं है?
खबरों की मानें तो तमिलनाडु में बीजेपी को तगड़ा सियासी झटका लगा है, चेन्नई पश्चिम में आईटी विंग के 13 पदाधिकारियों ने एक साथ पार्टी छोड़ दी है!
इस संबंध में जारी बयान पर आईटी विंग के 10 जिला सचिवों और 2 जिला उपसचिवों के हस्ताक्षर हैं और इस मामले में आईटी विंग के जिलाध्यक्ष अनबरासन का कहना है कि वर्षों काम करने के बाद भी पार्टी में असामान्य स्थिति बनी हुई है, इसलिए इस्तीफा दे दिया है?
दक्षिण भारत में बीजेपी को सुपर स्टार रजनीकांत से बड़ी सियासी उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने भी राजनीति से किनारा कर लिया है, सुब्रह्मण्यम स्वामी तो मोदी टीम के विरोध में ही हैं, ऐसी हालत में बीजेपी तत्काल कोई चमत्कार दिखा दे, ऐसा लगता नहीं है?
देखना दिलचस्प होगा कि दक्षिण भारत से बीजेपी को क्या मिलता है!
काहे धमाल मचा रहा है.. #चौकीदार_ही_चोर_है ? कोई लाख करे चतुराई, करम का लेख मिटे ना रे भाई!
https://twitter.com/Pradeep80032145/status/1621357345132666880
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