पलपल संवाददाता, श्योपुर. एमपी के श्योपुर स्थित नेशनल पार्क कूनो से आज एक चीता भागकर 20 किलोमीटर दूर झार-बड़ौदा गांव में घुस गया. चीता के गांव में घुसने की खबर से ग्रामीणों में अफरातफरी व भगदड़ मच गई. यहां तक कि कई ग्रामीण तो चीता को देखने के लिए पेड़ों पर चढ़ गए. चीता के भागने की खबर मिलते ही वन विभाग की टीम पहुंच गई और चीता को वापस जंगल की ओर भेजने की कवायद शुरु कर दी गई. चीता का नाम ओबान बताया गया है, जिसकी लोकेशन टे्रस कर मानिटरिंग की जा रही है.
बताया गया है कि कूनो नेशनल पार्क से निकला ओवान नामक चीते ने देर रात झार-बड़ोदा से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर खेतों के पास एक गाय का शिकार किया, इसके बाद वह खेत के रास्ते गांव में पहुंच गया. आज सुबह ग्रामीणों ने खेत में गाय का शव देखा. इसके बाद चीता को गांव में खेत में लेटे हुए देखा जहां पर प्याज लगी थी. यहां तक कि कुछ लोगों ने चीते का वीडियो भी बना लिया. इसके बाद चीता खेतों में ही घूमता रहा, चीता के गांव में आने की खबर से ग्रामीणों में अफरातफरी मच गई. सुबह से लोग अपने खेतों की ओर नहीं गए, वहीं वन विभाग की टीम पहुंच गई और ओवान की लोकेशन टे्रस करने में जुटी हुई है. ग्रामीणों ने पूछताछ में वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी कि गांव से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर 10 दिन से चीता का मूवमेंट हो रहा है. इधर वन विभाग की टीम चीता पर निगरानी रख रही है, अधिकारियों का कहना है कि चीता अपने आप वापस लौट जाए. यदि नहीं लौटता है तो उसे टे्रंकुलाइज करके वापस कूनो ले जाएगें. गौरतलब है कि टास्क फोर्स के अधिकारियों ने पिछले दिनों ओवान, फे्रेंडी, आशा व एल्टन नाम के चीतों को बाड़े में जंगल में छोड़ा था. इसके बाद चारों चीते कूनो से बाहर निकलकर कभी टिकटॉली इलाके में तो कभी मोरावन क्षेत्र में देखे जा रहे हैं.
कूनो से खुशखबरी, चीता आशा है गर्भवती, सात दशक बाद भारतभूमि पर जन्म लेंगे नन्हें चीते
खत्म हुआ 70 साल का इंतजार, पीएम मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में छोड़े नामीबिया से आये आठ चीते
Leave a Reply