नई दिल्ली. बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव का सामान वाराणसी के एक होटल ने बाहर निकाल दिया. उनका सामान होटल के स्टाफ ने रिसेप्शन काउंटर पर रख दिया. जब उनका सामान बाहर निकाला गया उस दौरान तेजप्रताप अपने दोस्तों के साथ अस्सी घाट घूमने गए थे. जब वो होटल लौटे तो देखा कि सामान बाहर पड़ा हुआ था. इसके बात मंत्री ने सिगरा थाने में तहरीर देकर होटल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
यह है पूरा मामला
तेजप्रताप यादव अपने निजी दौरे पर वाराणसी में थे. बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव शुक्रवार को कैंट रोडवेज क्षेत्र स्थित होटल के कमरा नंबर 205 में ठहरे हुए थे. कमरा नंबर 206 में उनके निजी सहायक और सुरक्षा कर्मी ठहरे थे. मंत्री तेज प्रताप यादव दर्शन-पूजन और गंगा में नौकायन कर होटल वापस लौटे तो उनका सामान रिसेप्शन काउंटर पर रखा हुआ मिला. उनके निजी सहायक और सुरक्षा कर्मियों का कमरा भी खाली करा दिया गया था. मंत्री तेज प्रताप यादव की गैर मौजूदगी में उनके कमरे को खोलना उनकी सुरक्षा के लिहाज से उचित नहीं है. इसलिए होटल के महाप्रबंधक और अन्य स्टाफ पर कार्रवाई की जाए.
होटल प्रबंधन का यह है कहना
होटल प्रबंधन कहना है कि मंत्री जी तेज प्रताप के नाम से 205 और 206 नंबर कमरा बुक था. शुक्रवार दोपहर 12 बजे मंत्री जी को कमरा खाली करना था, लेकिन उन्होंने कमरा खाली नहीं किया. उस कमरे की बुकिंग चेन्नई के एक गेस्ट ने ऑनलाइन कराई थी. वो होटल पहुंच गया. होटल प्रबंधन का कहना है कि हम मंत्री जी के स्टाफ के सामने ही उनका सामान दूसरे कमरे में शिफ्ट करवा रहे थे. इस पर वो नाराज हो गए. दोनों कमरे छोड़कर गाड़ी में बैठ गए. मंत्री का कमरा आज सुबह तक उनके नाम से बुक था, लेकिन वो रात में ही चले गए. होटल प्रबंधन का कहना है कि मंत्री जी कंफ्यूज हो गए थे.
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