चीन में पाकिस्तानी गधों और कुत्तों के बाद बंदरों की बढ़ी डिमांड, श्रीलंका से हो रही खरीदी की बातचीत

चीन में पाकिस्तानी गधों और कुत्तों के बाद बंदरों की बढ़ी डिमांड, श्रीलंका से हो रही खरीदी की बातचीत

प्रेषित समय :16:09:42 PM / Mon, Apr 17th, 2023

कोलंबो. पाकिस्तान से गधे और कुत्ते खरीदने वाला चीन अब श्रीलंका से बंदर लाने की तैयारी कर रहा है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस सिलसिले में चीन और श्रीलंका तीन दौर की बातचीत भी कर चुके हैं. हालांकि, अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है. जानकारी के मुताबिक श्रीलंका के कई बड़े मंत्री चाहते हैं कि सरकार चीन को बंदर निर्यात करे. इन नेताओं का मानना है कि है कि बंदरों की वजह से श्रीलंका में कृषि को नुकसान हो रहा है. ऐसे में चीन को 1 लाख बंदरों का निर्यात करने में कोई नुकसान नहीं है.

मंत्रियों का कहना है कि इन बंदरों को पकडऩे और निर्यात करने का खर्च भी चीन ही उठा रहा है. चीन का दावा है कि वह श्रीलंका से लाए गए बंदरों को चिडिय़ाघरों में रखेगा. गौरतलब है कि देश में बंदरों का मांस भी काफी लोकप्रिय है. लोग बड़ी मात्रा में बंदर के मांस का सेवन करते हैं.

1 लाख बंदर भेजने की गुजारिश

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार श्रीलंका के कृषि मंत्री महिंदा अमरवीरा ने कहा है कि चीन को बंदर निर्यात करने को लेकर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि चीन ने 1 लाख बंदरों को भेजने की गुजारिश की है. इन बंदरों को वह अपने एक हजार चिडिय़ाघरों में रखना चाहता है.

बंदरों को पकडऩे का खर्च उठाएगा चीन

कृषि मंत्री महिंदा का दावा है कि चीनी सरकार इन बंदरों को पकडऩे से लेकर चीन भेजे जाने तक का खर्च उठाएगी. महिंदा ने बताया कि श्रीलंका में एक बंदर को पकडऩे में करीब 5 हजार श्रीलंकाई रुपये खर्च होते हैं, जबकि चीन एक बंदर को पकडऩे, रखने और भेजने के लिए 50 हजार रुपये तक खर्च करने को तैयार है. इसलिए इस डील में श्रीलंका को फायदा और कमाई नजर आ रही है.

अधिकारियों के साथ बैठक

फिलहाल श्रीलंका के कृषि मंत्रालय के अधिकारी इस मुद्दे पर राष्ट्रीय प्राणी संग्रहालय एवं वन्यजीव विभाग के अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं. इसके अलावा सरकार ने इस मामले में एक स्पेशल कमेटी बनाने का फैसला किया है,जो बंदरों के निर्यात संबंधी कानूनी को देखेगी.

फसलों को हो रहा नुकसान

श्रीलंकाई सरकार का दावा है कि उनके देश में बंदरों की संख्या अधिकतम स्तर को पार कर गई है. ऐसे में बंदरों की वजह से कृषि को भारी नुकसान हो रहा है. मंत्री का दावा है कि पिछले एक साल में बंदरों ने करीब 2 करोड़ नारियलों को खराब किया है. इसके अलावा बंदर फसलें बर्बाद करते हैं, जिससे श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हो रहा है.

श्रीलंका में 30 लाख से अधिक बंदर

बता दें कि श्रीलंका में 30 लाख से अधिक बंदर हैं. ऐसे में चीन को 1 लाख बंदर भेजने में कोई हर्ज नहीं है. महिंगा अमरवीरा चीन को बंदरों के निर्यात संबंधी एक प्रस्ताव जल्द ही श्रीलंकाई कैबिनेट के सामने भी पेश करने जा रहे हैं.

पाकिस्तान से खरीदे गधे और कुत्ते

इससे पहले पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारियों ने सीनेट की स्थायी समिति को बताया था कि चीन पाकिस्तान से गधों को आयात करने में दिलचस्पी रखता है. जियो की रिपोर्ट मुताबिक अस्थायी समिति के सदस्य दिनेश कुमार ने कहा था कि चीन पाकिस्तान से गधों के साथ-साथ कुत्तों को भी निर्यात करना चाहता है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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