रुद्रप्रयाग. केदारनाथ में रविवार 23 अप्रैल को हेलीकॉप्टर के पंखे की चपेट में आने से एक सरकारी अधिकारी की मृत्यु हो गई. रुद्रप्रयाग की पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि हादसा दोपहर के समय केदारनाथ में जीएमवीएन हेलीपैड पर तब हुआ जब हेलीकॉप्टर में बैठने के लिए आ रहे अमित सैनी टेल रोटर की चपेट में आ गए. उन्होंने बताया कि हादसे में सैनी की गर्दन में गंभीर चोटें आईं जिससे उनकी मृत्यु हो गई.
सैनी (35) राज्य सरकार के उड्डयन विभाग से संबंधित एजेंसी उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (युकाडा) में वित्त नियंत्रक के पद पर कार्यरत थे और केदारनाथ यात्रा शुरू होने से पहले हेलीकॉप्टर सेवाओं से जुड़ी व्यवस्थाओं के निरीक्षण के लिए मौके पर पहुंची टीम में शामिल थे. रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि अपराह्न सवा दो बजे के आसपास यह हादसा क्रिस्टल एविएशन के हेलीकॉप्टर से हुआ और उस समय टीम केदारनाथ में निरीक्षण करने के बाद वापस लौटने वाली थी. केदारनाथ के कपाट 25 अप्रैल को खुलने हैं. केदारनाथ में हिमपात और रुक-रुककर बारिश हो रही है जिसके बीच अधिकारी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में लगे हैं.
ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जब हेलीकाप्टर ब्लेड की चपेट में आने से लोगों की जान चली गई. जब रोटर को टेकऑफ़ से पहले फ़्लाइट आरपीएम तक लाया जाता है तो यह बहुत अधिक होता है. हेलीकॉप्टर के सामने खड़े होकर चलने से ब्लेड की चपेट में आने की सम्भावना बेहद अधिक हो जाती है. वहीं ब्लेड से टकराने पर कई बार शरीर के कई टुकड़े भी हो जाते हैं. इसी कारण हेलीकॉप्टर के पास आने या छोडऩे पर हमेशा अपना सिर नीचे रख कर चलने को कहा जाता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-चारधाम यात्रा: अब बद्रीनाथ-केदारनाथ में 300 रुपए में होंगे VIP दर्शन
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