गुवाहाटी. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने असम में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. अगले कुछ दिनों तक असम के कई जिलों में अत्यंत भारी से अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान जताया है. वहीं, गुवाहाटी में आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम केंद्र (आरएमसी) ने गुरुवार और शुक्रवार के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया है.
असम के नलबाड़ी के मोइरारंगा गांव में लगातार बारिश के कारण घर पानी में बह गया. 70 वर्षीय ज्योतिष राजबोंगशी ने पत्रकारों को अपना दुख बताया. उन्होंने रोते हुए कहा कि बाढ़ के कारण उनका सब कुछ खो गया. घर का सारा सामान क्षतिग्रस्त हो गया है. उन्होंने कहा कि घर के बहने के कारण कुछ सामान भी नहीं निकाल सके. अब पत्नी के साथ इस तट पर रह रहा हूं.
14 राहत शिविर बनाए
वहीं, असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार बक्सा, बारपेटा, दरांग, धेमाजी, धुबरी, कोकराझार, लखीमपुर, नलबाड़ी, सोनितपुर और उदलगुरी जिले में बाढ़ के कारण 1,19,800 लोग प्रभावित हैं. नलबाड़ी बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित है और लगभग 45,000 लोग इससे जूझ रहे हैं. इसके बाद बक्सा में 26,500 और लखीमपुर में 25,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. प्रशासन ने पांच जिलों में 14 राहत शिविर बनाए है. यहां 2,091 लोगों ने शरण ली है और पांच जिलों में 17 राहत वितरण केंद्र चलाए जा रहे हैं.
1,280 लोगों को सुरक्षित बचाया
सेना, अर्द्धसैनिक बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), अग्निशमन और आपातकालीन सेवा (एफ एंड ईएस), नागरिक प्रशासन, गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) तथा स्थानीय लोगों ने विभिन्न स्थानों से 1,280 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है. एनडीआरएफ की टीमें बक्सा जिले के बाढ़ प्रभावित तामुलपुर इलाके में बचाव अभियान में लगी हुई हैं.
780 गांव डूबे
एएसडीएमए बुलेटिन के अनुसार, वर्तमान में करीब 780 गांव डूब गए है. पूरे असम में 10,591.85 हेक्टेयर खेत क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इसके अलावा बक्सा, बारपेटा, सोनितपुर, धुबरी, डिब्रूगढ़, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नागांव, दक्षिण सलमारा और उदलगुरी में व्यापक भूमिकटाव देखा गया है. वहीं, दीमा हसाओ और कामरूप मेट्रोपोलिटन में कई स्थानों से भूस्खलन और भारी बारिश की सूचना है.
इतना ही नहीं, कई गांवों की हालत बहुत ही बुरी हो गई है. बक्सा, नलबाड़ी, बारपेटा, सोनितपुर, बोंगाईगांव, दरांग, चिरांग, धुबरी, गोलपारा, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, नागांव, उदलगुरी, धेमाजी और माजुली में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-असम: टीचरों के लिए ड्रेस कोड लागू, स्कूलों में जींस, टी-शर्ट पहनने पर होगी कड़ी कार्रवाई
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