INDORE : रेट जोन में बदलाव के विरोध में कांग्रेस प्रदर्शन पर बवाल, पुलिस ने लाठी भांजी, वाटर कैनन चली

INDORE : रेट जोन में बदलाव के विरोध में कांग्रेस प्रदर्शन पर बवाल, पुलिस ने लाठी भांजी, वाटर कैनन चली

प्रेषित समय :14:05:28 PM / Mon, Jul 3rd, 2023

इंदौर नगर निगम द्वारा किए गए रेट जोन में बदलाव के खिलाफ कांग्रेस ने दोपहर को निगम मुख्यालय पर प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे के लिए पुलिस और प्रशासन को लाठियां भांजनी पड़ी. प्रदर्शनकारियों को तीतर-बितर करने के लिए वाटर कैनन के उपयोग करना पड़ा. इसमें एक-दो प्रदर्शनकारियों को चोटें भी लगी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विधायक संजय शुक्ला, जीतू पटवारी, चिंटू चौकसे सहित सभी कांग्रेसी पार्षद व कार्यकर्ता इस दौरान मौजूद रहे. शुक्ला व पटवारी ने निगम गेट के बाहर लगे बैरिकेट पर बैठकर भाषण दिया.

इस दौरान महापौर व नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी भी होती रही. कांग्रेसी महापौर पुष्यमित्र भार्गव को रेट कम करने के लिए ज्ञापन सौंपने के लिए बुला रहे थे, लेकिन वह वहां नहीं पहुंचे. इस दौरान अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में अपर आयुक्त सिद्धेश जैन ने ज्ञापन लिया. करीब डेढ़ घंटे तक कांग्रेस का यह प्रदर्शन जारी रहा. निगम ने बजट में शहर की 531 कालोनियों के रेट जोन में बदलाव किया है. इसके चलते इन कालोनियों में संपत्तिकर में 30 से लेकर 60 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है.

रेट जोन में बदलाव की वजह से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की दरों में भी 30 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. कांग्रेस इसी का विरोध कर रही है. नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे का कहना है कि एक तरफ तो महापौर दावा कर रहे हैं कि निगम ने नागरिकों को राहत देते हुए कोई नया कर नहीं लगाया है दूसरी तरफ गुपचुप तरीके से रेट जोन में बदलाव कर शहर की 531 कालोनियों के लाखों लोगों पर कर की मार पड़ रही है. कांग्रेस इस बदलाव का विरोध करती है. हमने इस संबंध में कुछ दिन पहले ही महापौर को ज्ञापन देकर बदलाव का विरोध किया था. इसके बावजूद कुछ नहीं हुआ. अब कांग्रेस मैदान में उतर चुकी है. प्रदर्शन के दौरान निगम में आवाजाही के रास्ते बंद कर दिए गए हैं. कांग्रेस विरोध में महापौर का भी घेराव करने का प्रयास कर रही है.

सुविधाएं देने के बजाय पल्ला झाड़ रहे निगम अधिकारी

चौकसे ने आरोप लगाया कि निगम सुविधाएं देने के नाम पर शुल्क बढ़ा रहा है दूसरी तरफ आमजन को कोई सुविधा नहीं मिल रही. सुविधा बढ़ाने के नाम पर सड़कों पर जो गड्ढे खोदे जा रहे हैं, उन्हें भरा तक नहीं जा रहा. इदरीस नगर में हुआ हादसा इसी का परिणाम है. ये ही मौत के गड्ढे पूरे शहर में खोदे पड़े हैं. निगम हर बार किसी हादसे के बाद व्यवस्था सुधारने के बजाय दिखावटी कार्रवाई कर देता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

इंदौर : रिक्शा पर बजरंग दल लिखा देख मुस्लिम युवकों ने चप्पल से पीटा, एफआईआर दर्ज

इंदौर : होटल संचालक से 30 लाख रुपये वसूलने के आरोप में बर्खास्त डीएसपी गिरफ्तार

MP : इंदौर में आजाद नगर में छोटे भाई ने बड़े भाई को कैंची घोंप कर मार डाला, पांच घंटों के अंतर में दूसरी हत्या

कॉमेडियन मुनव्वर फारुखी के सारे केस इंदौर ट्रांसफर, SC ने जमानत भी दी, यह है पूरा मामला

रतलाम-इंदौर डेमू ट्रेन में लगी भीषण आग, 2 कोच जलकर राख