पलपल संवाददाता, भोपाल. एमपी में पटवारी परीक्षा को लेकर हुई गड़बड़ी के बाद अब कांग्रेस ने शिवराजसिंह चौहान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आज बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता एकत्र होकर सीएम हाउस का घेराव करने निकल पड़े. जब वे बाणगंगा चौराहा पहुंचे तो पुलिस अधिकारियों ने बैरीकेट लगाकर रोक दिया, इसके बाद भी जब कांग्रेसजनों ने आगे बढऩे की कोशिश की तो पुलिस ने पानी की बौछारें व लाठीचार्ज कर दिया. जिससे अफरातफरी मच गई, इस दौरान प्रदर्शन कर रही महिला कार्यकर्ताओं सहित कांग्रेस के अन्य नेताओं को चोटें आई है. हालांकि सीएम शिवराजसिंह चौहान ने परीक्षा के आधार पर पटवारियों की नई नियुक्तियों पर रोक लगा दी है.
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता आज दोपहर दो बजे के लगभग सीएम हाउस का घेराव करने के लिए रोशनपुरा चौराहा पर एकत्र हुए. यहां से भारतीय जनता पार्टी व कर्मचारी चयन मंडल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आगे बढ़े. जब वे बाणगंगा चौराहा पहुंचे तो पुलिस ने बैरीकेट्स लगाकर रोक दिया. इसके बाद भी कांग्रेसजनों ने बैरीकेट तोड़कर आगे बढऩे की कोशिश की तो उनपर वाटर केनन चला दिया, जिससे अफरातफरी व भगदड़ मच गई. वहीं कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने वाटर केनन के साथ साथ लाठीचार्ज भी किया है. जिससे कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई है, इनमें महिलाएं भी शामिल है. इस घटना के बाद विधायक पीसी शर्मा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता बाणगंगा चौराहा पर ही धरना देकर प्रदर्शन करने लगे. करीब एक घंटे तक चले प्रदर्शन के दौरान शिवराज सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विधायक पीसी शर्मा का कहना था कि हम सीबीआई जांच की मांग कर रहे है लेकिन सरकार हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है. श्री शर्मा ने यह भी कहा हम तो शांतिपूर्ण तरीके जाकर ज्ञापन देना चाहते थे. लेकिन पुलिस बल ने लाठीचार्ज किया है, यह अत्याचार है. कांग्रेस डरने वाली नहीं है, हम लगातार जांच की मांग करते हुए लड़ाई लड़ते रहेंगे. पुलिस के लाठीचार्ज व वाटर केनन के कारण भगदड़ मची है, जिसमें भोपाल शहर कांग्रेस अध्यक्ष मोनू सक्सेना, महिला कार्यकर्ता महक राणा सहित अन्य 50 कार्यकर्ताओं को चोटें आई है. वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रदर्शन की अनुमति नहीं की गई थी, पुलिस ने कोई लाठीचार्ज नही किया है, बैरीकेट गिराने के कारण लोग घायल हुए है. पुलिस कर्मियों को भी चोटें आई है, जिन्हे इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है.
नियुक्तियों पर पहले ही रोक लगा दी गई है-
गौरतलब है कि एमपी में पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली के आरोप के बाद शिवराज सरकार ने पटवारियों की नई नियुक्तियों पर रोक लगा दी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इस बात की जानकारी दी. वहीं कांग्रेस नेताओं का कहना है कि नियुक्तियां रोकने का फैसला कर ये मान लिया है कि इन परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अमरकंटक एक्सप्रेस निरस्त, 13 को दुर्ग-भोपाल एवं 14 जुलाई को भोपाल-दुर्ग कैंसिल
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