पलपल संवाददाता, सिरोंज. एमपी के विदिशा के ग्राम कजरी-बरखेड़ा में आज ढाई साल की मासूम बच्ची घर के आंगन में खेलते-खेलते बोरवेल में गिर गई. बच्ची के बोरवेल में गिरकर फंसने की खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी, एसडीईआरएफ और एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई. जिन्होने करीब 8 घंटे बाद बच्ची को निकाला लेकिन उस वक्त तक बच्ची की मौत हो चुकी थी. डाक्टरों का कहना था कि बच्ची की मौत अस्पताल लाने के करीब 3 घंटे पहले ही हो चुकी थी.
सूत्रों के अनुसार ग्राम कजरी-बरखेड़ा में रहने वाले इंदरसिंह के घर के आंगन में बोरवेल के लिए 15 फीट का गड्ढा रहा. जहां पर आज सुबह दस बजे के लगभग बेटी अस्मिता आंगन में खेलते खेलते बोरवेल में गिरकर फंस गई. परिजनों ने बोरवेल से अस्मिता की आवाज सुनी तो स्तब्ध रह गए. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें पहुंच गई. जिनहोने जेसीबी व पोकलेन की मदद से बोरवेल के समानान्तर गड्डा खोदा, फिर सुरंग बनाकर डॉक्टर को बोरवेल के भेजा गया था. डॉक्टर ने वहीं पर बच्ची की प्राथमिक जांच भी की. बारिश के कारण रेस्क्यू में दिक्कत आई लेकिन तिरपाल ढांककर रेस्क्यू आपरेशन जारी रखा गया. करीब 13 फीट में फंसी बच्ची अस्मिता को निकालने के हर संभव प्रयास किए गए. दो बार उसने रस्सी के सहारे आने की कोशिश की लेकिन नाकाम रही. लेकिन ईश्वर को कुछ और भी मंजूर रहा बच्ची बाहर तो निकाल लिया गया है, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. बच्ची को अस्पताल पहुंचाने पर डाक्टरों ने जांच करते हुए कहा कि बच्ची की करीब तीन घंटे पहले ही मौत हो चुकी थी. उसके हाथ व पैर अकड़ चुके थे, जिसकी वजह थी कि मिट्टी गीली रही.
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