#AajKaDin: शनिवार, 12 अगस्त 2023, एकादशी व्रत-पूजा से मिलता है भौतिक सुख...

#AajKaDin: शनिवार, 12 अगस्त 2023, एकादशी व्रत-पूजा से मिलता है भौतिक सुख...

प्रेषित समय :21:24:26 PM / Fri, Aug 11th, 2023

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8302755688)
* परम एकादशी- शनिवार, 12 अगस्त 2023
* पारण का समय- 06:19 एएम से 08:19 एएम, 13 अगस्त 2023
* पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय - 08:19 एएम
* एकादशी तिथि प्रारम्भ- 11 अगस्त 2023 को 05:06 एएम बजे
* एकादशी तिथि समाप्त- 12 अगस्त 2023 को 06:31 एएम बजे

* भौतिक सुख प्राप्ति हेतु श्रीविष्णुदेव की आराधना के लिए नियमित रूप से किए जाने वाले व्रतों में एकादशी का सर्वाधिक महत्व है.
* भगवान विष्णु की प्रसन्नता के लिए यह व्रत किया जाता है.
* एक वर्ष में कुल चौबीस एकादशी होती हैं, जिस वर्ष अधिक मास होता है उस वर्ष कुल छब्बीस एकादशी होती हैं.
* सभी एकादशियां अलग-अलग नामों से जानी जाती है तथा इनका अलग-अलग महत्व भी होता है.
* एकादशी व्रत के दिन भोजन नहीं किया जाता है, चाहे तो फलाहार ग्रहण कर सकते हैं.
* प्रात: पवित्र स्नान के बाद श्रीविष्णुदेव की पूजा करनी चाहिए और दिन भर यथासम्भव... ऊँ नमो नारायणाय, का जाप करना चाहिए.
* एकादशी व्रत करने से मानसिक और शारीरिक कष्ट दूर होते हैं.
* कम-से-कम एक वर्ष पूरा होने पर एकादशी व्रत का उद्यापन करना चाहिए.
* जीवन में भोग और मोक्ष की एक साथ प्राप्ति के लिए श्रीविष्णु आराधना श्रेष्ठ है. 
* गुरु ग्रह से संबंधित कामकाज में कामयाबी के लिए नियमित रूप से श्रीविष्णुदेव की पूजा करें...
अच्युतम केशवम रामनारायणम्, कृष्ण दामोदरम् वासुदेवम् हरे.
श्रीधरम् माधवम् गोपिकावल्लभम्,जानकी नायकम श्रीरामचन्द्रम् भजे..
एकादशी व्रत का पारण हरिवासर की अवधि में नहीं होता है!
* पारण, व्रत को पूरा करने को कहा जाता है.
* एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण करते हैं.
* एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना जरूरी माना जाता है.
* एकादशी व्रत का पारण हरिवासर की अवधि में भी नहीं होता है.
* हरिवासर द्वादशी तिथि की पहली एक चौथाई समयावधि होती है.
* व्रत पूर्ण हो जाने के बाद पहले भोजन के लिए सबसे सही समय सवेरे होता है.
* मध्याह्नकाल में पारण से बचें लेकिन सवेरे किसी कारण से पारण नहीं हो पाए तो मध्याह्न के बाद पारण करना चाहिए.
* कभी-कभी एकादशी व्रत दो दिनों के लिए लगातार हो जाता है तब स्थानीय मान्यताओं के अनुसार पहली या दूजी एकादशी करनी चाहिए.
* श्रीविष्णुभक्त ऐसे अवसर पर दोनों एकादशी करते हैं.
* सन्यासी और मोक्ष प्राप्ति के इच्छुक श्रीनारायणभक्तों को दूजी एकादशी का व्रत करना चाहिए.
* यथासंभव व्रत नियमों का पालन करना चाहिए तथा किसी भी प्रकार की उलझन होने पर स्थानीय धर्मगुरु के निर्देशानुसार निर्णय करना चाहिए.
* जानबूझ कर नियमों के उल्लंघन से ही व्रतभंग होता है इसलिए अनजाने में हुई गलती के लिए मन में आशंकाएं नहीं पालें और व्रत के अंत में पारण के समय जाने-अनजाने हुई गलतियों के लिए अपनी भाषा और भाव में श्रीविष्णुदेव से क्षमा प्रार्थना कर भोजन ग्रहण करें.  
श्री त्रिपुरा सुंदरी पंचांग- 12 अगस्त 2023
* तिथि एकादशी- 06:33:19 तक, नक्षत्र आर्द्रा, करण बालव- 06:33:19 तक, कौलव- 19:25:04 तक, पक्ष कृष्ण, योग हर्शण- 15:21:37 तक, वार शनिवार
* सूर्योदय 06:06:29, सूर्यास्त 19:07:48
* चन्द्र राशि मिथुन, चन्द्रोदय 27:07:00, चन्द्रास्त 16:30:00
* शक सम्वत 1945, विक्रम सम्वत 2080
* मास पूर्णिमांत श्रावण, मास अमांत श्रावण
* राहुकाल 09:21:48 से 10:59:28 तक
* शुभ मुहूर्त अभिजीत 12:11:05 से 13:03:11 तक
* दिशाशूल पूर्व
* ताराबल- अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद
* चन्द्रबल मेष, मिथुन, सिंह, कन्या, धनु, मकर
शनिवार का चौघडिय़ा
दिन का चौघडिय़ा  रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- काल   पहला- लाभ
दूसरा- शुभ     दूसरा- उद्वेग
तीसरा- रोग    तीसरा- शुभ
चौथा- उद्वेग    चौथा- अमृ
पांचवां- चर     पांचवां- चर
छठा- लाभ      छठा- रोग
सातवां- अमृत  सातवां- काल
आठवां- काल   आठवां- लाभ
चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!

आज का राशिफल

मेष राशि:- अपने उग्र स्वभाव पर संयम रखें . शारीरिक और मानसिक रुप से शिथिलता का अनुभव करेंगे. अधिक परिश्रम के बाद भी अल्प सफलता ही प्राप्त होगी. संतानों के विषय में भी आपको चिंता सताएगी. कार्य की भागदौड के कारण परिवारजनों के प्रति कम ध्यान दे पाएंगे. हानिकर विचार और आयोजन से दूर रहिएगा. उदर के रोग से पेट दुखने की संभावना है.

वृष राशि:- आज आपको कार्य करने में दृढ़ मनोबल और आत्मविश्वास का पूरा सहकार मिलेगा. इस कार्य का फल भी आपको अपेक्षानुसार मिलेगा. मायके से लाभदायी समाचार प्राप्त होंगे. अभ्यास में विद्यार्थियों को रुचि रहेगी. सरकारी क्षेत्र में लाभ होगा तथा आर्थिक व्यवहार करने में सफलता प्राप्त होगी.

मिथुन राशि:-  नई परियोजना का प्रारंभ करने के लिए आज दिन शुभ है . सरकार की ओर से लाभ होने की भी संभावना है. व्यावसायिक या व्यापारी क्षेत्र में आपको ऊपरी अधिकारियों का अच्छा सहयोग प्राप्त होगा. छोटे प्रवास का आयोजन हो सकता है. मित्र या स्नेहीजनों अथवा पडोसियों के साथ अनबन की घटना हुई होगी तो उसका सकारात्मक परिणाम आएगा.

कर्क राशि:- आज नकारात्मक मानसिकता के साथ व्यवहार न करें . शारीरिक और मानसिकरुप से आप अस्वस्थ रहेंगे. मन में दुःख और असंतोष की भावनाएँ रहेगी. आंखो में पीडा़ होने की संभावना है. पारिवारिक वातावरण अनुकूल नहीं रहेगा. पारिवारिक जनों के साथ गलतफहमी न हो इसका ध्यान रखिएगा.

सिंह राशि:- आज आत्मविश्वास की मात्रा आप में अधिक रहेगी . किसी भी कार्य को करने के लिए निर्णय त्वरित ले लेंगे. पिता और बडों से लाभ होगा. सामाजिक रुप से मान-सम्मान में वृद्धि होगी. क्रोध की मात्रा अपेक्षाकृत अधिक रहेगी.

कन्या राशि:- आज आपके अहम् को कोइ चोट न पहुंचाए एवं आपका किसी से झगड़ा न हो जाए इसका ध्यान रखें. शारीरिक रुप से शिथिलता और मानसिकरुप से चिंता बनी रहेगी. मित्रों और स्वजनों के साथ आप को वैचारिक स्तर पर मनमुटाव हो सकता है. स्वभाव में उग्रता और क्रोध की मात्रा विशेष रहेगी. धार्मिक कार्य में धन का व्यय होगा.

तुला राशि:- आप के लिए आज का दिन शुभफलदायी होगा . विविध क्षेत्रों में मिलनेवाले लाभ से आपकी प्रसन्नता में वृद्धि होगी. आपकी आय में भी वृद्धि होगी. मित्रों के पीछे खर्च भी होगा और उनसे लाभ भी प्राप्त होगा. किसी प्रवास या पर्यटन स्थल पर जाने से दिन रोमांचक बन जाएगा. रुचिकर भोजन प्राप्त होगा.

वृश्चिक राशि:- आज का दिन आप के लिए शुभ फलदायी होगा . व्यावसायिक स्थल पर वातावरण अनुकूल प्राप्त होगा. उच्च अधिकारीगण प्रसन्न रहेंगे. कार्य सफलता प्राप्त करनी आज सरल होगी . मान-प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी. नौकरी में पदोन्नति होगी. गृहस्थजीवन में भी आनंद का वातावरण छाया रहेगा.

धनु राशि:- आज स्वास्थ्य कुछ नरम-गरम रहने की संभावना है. शारीरिक रुप से अशक्ति और आलस्य की भावना रहेगी. मानसिक रुप से भी चिंता और व्यग्रता बनी रहेगी. व्यावसायिक रुप से विध्न आ सकते हैं. हानिकर विचारों को संभवतः दूर रखिए. किसी भी कार्य का आयोजन संभलकर कीजिएगा. उच्च अधिकारियों के साथ घर्षण के प्रसंग उपस्थित होंगे.

मकर राशि:- आज आपके लिए आकस्मिक धनखर्च के योग हैं, जो व्यावहारिक और सामाजिक कार्य के लिए कुछ बाहर जाने से हो सकता है. खान-पान में संभलकर चलिएगा. क्रोध से बचकर चलिएगा. नकारात्मक भावनाओं को सकारात्मकता से दूर कीजिएगा. व्यावसायिक स्थल पर अनुकूलता रहेगी.

कुम्भ राशि:- आज आप प्रत्येक कार्य दृढ मनोबल और आत्मविश्वासपूर्वक करेंगे. प्रवास या पर्यटन की संभावनाए अधिक हैं. स्वादिष्ट व्यंजनों का भोग एवं नए वस्त्र परिधान के प्रसंग उपस्थित होंगे. भागीदारों से लाभ होगा. वाहनसुख प्राप्त होगा.

मीन राशि:- आज का दिन शुभफलदायी है. आप में मनोबल और आत्मविश्वास अधिक रहेगा. शारीरिक रुप से आप स्वस्थ रहेंगे. परिवार का वातावरण भी शांतिप्रद रहेगा. प्रतिस्पर्धियों के समक्ष विजय प्राप्त होगी. आवेश और उग्रता को स्वभाव में से दूर कर दीजिएगा और साथ में वाणी पर भी संयम रखिएगा.

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453 
*यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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