जबलपुर. जुलाई में रेलवे अस्पताल से लाखों रुपए के चोरी गए इंजेक्शन को लेकर आरपीएफ ने बड़ा खुलासा करते हुए 3 मेडिकल स्टोर के संचालक वअधारताल सुहागी निवासी राजाराम केवट सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
आरोपी ने बताया कि उसने रेलवे अस्पताल से कई मर्तबा इंजेक्शन चोरी किए और फिर उसे शहर के अलग-अलग मेडिकल स्टोर संचालकों को बेचा. आरपीएफ ने अभी तक राजाराम केवट के अलावा नीरज राय, मोईन कुरेशी और मनोज यादव नाम के व्यक्तियों को पकड़ा है. आरपीएफ ने इनके पास से 1.61 लाख रुपए के इंजेक्शन जप्त किए हैं.
जबलपुर आरपीएफ थाना प्रभारी इरफान मंसूरी ने बताया कि जुलाई माह में रेलवे अस्पताल से मरीजों को लगाने वाले इंजेक्शन अचानक ही गायब होने लगें. कुछ ही दिनों में अस्पताल से 5 लाख 70 हजार रुपए के इंजेक्शन चोरी हो गए. रेलवे अस्पताल प्रबंधन ने पांच अगस्त को चोरी का प्रकरण आरपीएफ थाने में दर्ज करवाया. आरपीएफ ने जांच की तो पता चला कि रेलवे अस्पताल में दवा बाजार स्थित अनमोल फार्मा दवाइयां सप्लाई करता है. दवाइयां लाने का काम सुहागी निवासी राजाराम करता था, और उसे अस्पताल में सभी लोग जानते भी थे, इसका फायदा उठाकर उसने अस्पताल से लाखों रुपए के इंजेक्शन चोरी कर लिए.
आरपीएफ टीम ने सुहागी से राजाराम केवट को हिरासत में लिया तो उसने चोरी करना कबूल किया. आरपीएफ को उसने बताया कि जुलाई माह में पांच से छह बार उसने अस्पताल से इंजेक्शन चोरी किया और फिर उसे शहर के अलग-अलग मेडिकल स्टोर्स में कम दामों में बेच दिया. राजाराम के बताने पर आरपीएफ ने भंवरताल स्थित राय मेडिकल स्टोर संचालक नीरज राय, रसल चौक स्थित विनायक मेडिकल स्टोर संचालक मनोज यादव और मोहरिया स्थित हसन मेडिकल स्टोर संचालक मोईन कुरेशी को सरकारी इंजेक्शन खरीदने के मामले में गिरफ्तार किया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यात्रियों को भा रहा है रेलवे का किफायती खाना, अन्य स्टेशनों पर स्टॉल लगाने की तैयारी