मुरैना. मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के तेल कारोबार व केएस ऑइल्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक रमेशचंद्र गर्ग के यहां फिर सीबीआई का छापा पड़ा है. मुरैना स्थित आवास व फैक्ट्री के अलावा ग्वालियर में भी केएस ऑइल्स की प्रॉपर्टी पर छापामार कार्रवाई की. तीन स्थानों पर करीब छह घंटे तक चली इस कार्रवाई में कई रिकॉर्ड जब्त किए हैं. 12 साल से कंपनी संचालक के यहां इस प्रकार की कई कार्रवाई हो चुकी है. तीन साल पहले भी उनके यहां सीबीआई ने छापा मारा था. सीबीआई के अधिकारी पूछताछ की, टीम बैंकों के लेन-देन से जुड़े दस्तावेजों को खंगालते रही. इसके कुछ रिकॉर्ड भी जब्त किए गए हैं.
ग्वालियर में रमेशचंद्र गर्ग के एक भांजे जो कंपनी में डायरेक्टर के पद पर थे. उनके आवास पर भी सीबीआई छापा मारकर लेनदेन संबंधी रिकॉर्ड जब्त किया है. मुरैना शहर में केएस समूह के जीवाजीगंज स्थित ऑफिस, मेला ग्राउंड के पास स्थित आवास व हाईवे स्थित फैक्टरी पर तीन वाहनों में सवार सीबीआई अफसर पहुंचे. वहीं दूसरी टीम ने केएस ग्रुप के चेयरमैन रमेशचंद्र गर्ग के रिश्तेदार देवेश अग्रवाल के निवास व दफ्तर पर भी टीम ने छापेमार कार्रवाई की. यह कार्रवाई तकरीबन 6 घंटे चली. इस दौरान सीबीआई टीम ने ग्रुप के चेयरमैन रमेशचंद्र गर्ग से सात घंटे तक पूछताछ की और दस्तावेज भी खंगाले.
सीबीआई टीम में शामिल अफसरों ने जीवाजीगंज स्थित केएस ग्रुप के ऑफिस पहुंचकर वहां मौजूद कर्मचारियों के मोबाइल फोन जब्त करवाकर एक साइड रखवा दिए हैं. वहीं ऑफिस के बाहर शटर डालकर बाहरी लोगों का आवागमन प्रतिबंधित करवा दिया गया है. केएस ग्रुप पर कार्रवाई की शुरुआत साल 2010-11 से हुई थी, तब इनकम टैक्स विभाग ने केएस मिल्स पर बड़ी कार्रवाई की. इसके बाद ईडी व सीबीआई ने भी छापामार कार्रवाई की थी, इस कार्रवाई के बाद से ही केएस ऑइल्स का कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कोई और सबूत नहीं: CERT-In ने मध्य प्रदेश पर अंतरिम रिपोर्ट सौंपी...
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