पलपल संवाददाता, भोपाल. एमपी की सभी 230 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण मेमं 17 नवम्बर को मतदान होगा, 3 दिसम्बर को मतगणना के साथ प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला हो जाएगा. इस बार मतदान दीवाली के ठीक पांच दिन बाद होगा. आचार संहिता लगते ही जबलपुर के बरगी व कुण्डम में आयोजित आदिवासी सम्मेलन व महिला सम्मेलन की तैयारियां पूरी होने के बाद रद्द कर दिया गया.
मध्यप्रदेश में चुनाव की तारीखों के साथ ही आज से आचार संहिता लागू हो गई, 21 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी होगा, 30 अक्टूबर तक नामांकन हो सकेगा, नामांकन की जांच 31 अक्टूबर को और नाम वापसी की आखिरी तारीख 2 नवम्बर होगी. गौरतलब है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में 5 करोड़ 4 लाख 33 हजार 79 मतदाता रहे, जबकि 2023 के चुनाव में एमपी में 5 करोड़ 60 लाख 60 हजार 925 मतदाता वोट डालेगें. पिछले तीन विधानसभा चुनाव को देखे तो इस बार प्रत्याशियों को मतदान के पूर्व प्रचार थमने तक प्रचार करने का कम समय यानि 37 दिन ही मिलेगे. जबकि 2018 के चुनाव में 51 दिन, 2013 में 46 दिन और 2008 में 42 दिन मिले थे.
यहां पर 165 किलोमीटर दूर बनाया गया पोलिंग बूथ-
सूत्रों की माने तो एमपी में नर्मदापुरम के पिपरिया में जिला मुख्यालय से करीब 165 किलोमीटर पोलिंग बूथ बनाए गए है, यहां पर पोलिंग पार्टी को देनवा नदी पार करके जाना होगा, इसके पहले पोलिंग पार्टी को वाहन से देनवा के किनारे तक पहुंचाया जाएगा.
सीएम के जबलपुर में बघराजी (कुण्डम)-बरगी के कार्यक्रम रद्द-
मध्यप्रदेश में चुनाव आचार संहिता लगने का असर आज देखने को मिला कि जबलपुर के बरगी आदिवासी सम्मेलन व बघराजी (कुण्डम) में आयोजित महिला सम्मेलन की सारी तैयारी पूरी रही, लेकिन चुनाव तारीखों की घोषणा के साथ आचार संहिता लग गई, जिसके चलते सीएम शिवराजसिंह चौहाना के दोनों कार्यक्रम रद्द हो गए.
बैनर-पोस्टर हटाए जाने लगे-
आचार संहिता लगने के साथ ही जबलपुर सहित एमपी के सभी जिलों में सीएम से लेकर विधायक, सांसद, नेताओं के लगे बैनर व पोस्टर हटाने का काम भी शुरु हो गया. जबलपुर में आचार संहिता लगते ही शासकीय कर्मचारी बैनर व पोस्टर हटाने के लिए निकल पड़े थे.
आचार संहिता के साथ लग गई ये बंदिशे-
अब मंत्री-विधायक सरकारी गाड़ी का उपयोग नहीं कर सकेगें
सरकारी योजनाओं के बैनर, पोस्टर्स व मुख्यमंत्री व मंत्रियों सहित अन्य नेताओं के पोस्टर भी हटाए जाएगें.
अब किसी भी नए प्रोजक्ट का शिलान्यास या उद्घाटन नहीं हो सकेगा.
जो काम पहले से चल रहे है उनपर आचार संहिता का कोई असर नहीं होगा.
अब सी विजिल ऐप के माध्यम से लोग चुनाव संबंधी शिकायतें दर्ज करा सकेगें.
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