रायपुर. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मुख्यमंत्री, दोनों डिप्टी सीएम और मंत्रियों के लिए फरमान जारी किया है. सूत्रों के अनुसार जारी फरमान के अनुसार प्रदेश में सुशासन और बेहतर कार्य संपादित करने के लिए सप्ताह में चार दिन राजधानी में रहकर प्रशासनिक कार्य निपटाने होंगे, जबकि तीन दिन विधानसभा क्षेत्र में रहकर वहां के लोगों की समस्याओं, मांगों के अनुरूप विकास कार्य कराने होंगे. साथ ही विधानसभा क्षेत्र के लोगों से लगातार संवाद स्थापित कर भाजपा शासन द्वारा संचालित किए जा रहे कार्यों की जानकारी भी देना है. साथ ही केंद्र और राज्य की योजनाओं को लाभ दिलाने के लिए काम करना होगा.
सूत्र बताते हैं कि पिछले दिनों शीर्ष नेतृत्व ने तीनों राज्यों छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों के लिए यह निर्देश किया है. इस निर्देश का कड़ाई से पालन करने की नसीहत भी दी गई है, क्योंकि आगामी चार माह तक लोकसभा चुनाव के लिए मंत्रियों और विधायकों को विधानसभा स्तर पर वोटरों को साधकर रखना होगा, ताकि लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 11 सीटें जीती जा सकें.
विधायकों को भी नसीहत, ज्यादा न आएं राजधानी
बताया जाता है कि शीर्ष नेतृत्व ने विधायकों को भी नसीहत दी है कि लोकसभा चुनाव तक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में ही रहें. सप्ताह में एक-दो दिन जरूर क्षेत्र के कार्यों के लिए राजधानी में आएं. इसके बाद फिर से विधानसभा क्षेत्र में रहकर लगातार लोगों से संपर्क में रहे. ताकि क्षेत्र की जनता को यह महसूस नहीं होना चाहिए, चुनाव बाद विधायक लोगों से मिल-जुल नहीं रहे हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-छत्तीसगढ़ में 12वीं की परीक्षाएं एक मार्च से, 10वीं के एग्जाम 2 मार्च से होगी
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