इम्फाल. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने मणिपुर के थौबल से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू की. यात्रा से पहले राहुल गांधी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मणिपुर में भाई-बहन, माता-पिता आंखों के सामने मरे है. यहां पर आज तक हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री आपके आंसू पोछनेए गले मिलने नहीं आए. ये शर्म की बात है.
श्री गांधी ने आगे कहा कि हम आपकी सुनने आए हैं मन की बात सुनाने नहीं. मैं 2004 से राजनीति में हूं, पहली बार मैं हिंदुस्तान के एक प्रदेश में गया. जहां गर्वनेंस का पूरा स्ट्रक्चर बिगड़ गया. 29 जून के बाद से मणिपुर बदल गया. उन्होने यह भी कहा कि चुनाव में ज्यादा समय नहीं बचा. इसलिए पैदल के साथ-साथ बस यात्रा का फैसला किया. सवाल उठा कि यात्रा कहां से शुरू करें किसी ने कहा वेस्ट से करो, किसी ने ईस्ट बताया. मैंने साफ कहा कि अगली भारत जोड़ो यात्रा सिर्फ मणिपुर से शुरू हो सकती है. मणिपुर में बीजेपी की नफरत की राजनीति है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े बोले प्रधानमंत्री मोदी समंदर में सैर करने जाते हैं राम-राम जपते हैं लेकिन मणिपुर नहीं आते. उनके मुंह में राम और बगल में छुरी है. राहुल के साथ अशोक गहलोत, सचिन पायलट, दिग्विजय सिंह, सलमान खुर्शीद, आनंद शर्मा व राजीव शुक्ला जैसे कई सीनियर नेता मणिपुर पहुंचे. राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 15 राज्यों के 110 जिलों को कवर करेगी. इसमें राहुल 6700 किमी का सफर तय करेंगे. यात्रा 20 मार्च को मुंबई में खत्म होगी.
मोदी मणिपुर वोट के लिए आते है, मुसीबत के समय में नही आए-
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि पीएम मोदी मणिपुर वोट के लिए आते हैं लेकिन जब मणिपुर के लोग मुसीबत में है तब वे नहीं आते. वे समंदर की सैर करते हैं और राम-राम जपते हैं. उनके मुंह में राम और बगल में छुरी, वोट के लिए ये सब ढोंगबाजी नहीं करनी चाहिए. उन्होने कहा कि जब पंडित नेहरू पहली बार मणिपुर आए थे तब उन्होंने इसे भारत का गहना बताया था. यही बात इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने भी कही थी. यह मणिपुर की वह भूमि है जो आजादी के लिए लड़ी.
ये विचारधारा की लड़ाई-
इस मौके पर अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मकर संक्रांति के पवित्र अवसर पर न्याय के लिए यह यात्रा मणिपुर से शुरू हो रही है. राहुल गांधी के नेतृत्व में ये यात्रा पूरब से पश्चिम यानी मणिपुर से मुंबई तक जाएगी. यात्रा सफल या असफल हो, ये अलग बात है, ये विचारधारा की लड़ाई है. कांग्रेस पार्टी की विचारधारा ही देश को बचा सकती है. इस यात्रा का चुनाव में जीत या हार से कोई लेना-देना नहीं है. राहुल की यात्रा में शामिल होने आए दिग्विजय सिंहए रणदीप सुरजेवालाए पवन खेड़ा सहित कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने न्याय का हक मिलने तक के नारे लगाए.
एमपी में 7 दिन, 698 किलोमीटर, 9 जिलों को कवर करेगी
मध्य प्रदेश में यात्रा सात दिनों में 698 किलोमीटर व 9 जिलों को कवर करेगी. यह एक दिन में राजस्थान के 2 जिलों जाएगी. राहुल की यह यात्रा गुजरात और महाराष्ट्र में पांच-पांच दिनों तक चलेगी. जो क्रमश: 445 किमी और 479 किमी की दूरी तय करेगी. इसका समापन 20 या 21 मार्च को मुंबई में होगा.
ओडिशा में चार दिन में 341 किलोमीटर-
ओडिशा में न्याय यात्रा चार दिन में 341 किलोमीटर और चार जिलों को कवर करेगी. छत्तीसगढ़ में पांच दिन में 536 किलोमीटर, सात जिलों को कवर करेगी. कांग्रेस की यह यात्रा उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 11 दिन का समय बिताएगी और 20 जिलों को कवर करेगी.
पश्चिम बंगाल में पांच दिनों तक चलेगी यात्रा
यात्रा पश्चिम बंगाल में पांच दिनों तक चलेगीए जिसमें 523 ज्ञड और सात जिले शामिल होंगे. बिहार में चार दिन तक 425 किमी और 7 जिलों को कवर किया जाएगा. इसके बाद झारखंड में यात्रा आठ दिन में 804 किलोमीटर, 13 जिलों को कवर करेगी.
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