लखनऊ. यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए बीजेपी और सपा ने अपनी अपनी सूची फाइनल कर दी है. सूत्रों के मुताबिक सपा के सभी तीनों प्रत्याशियों का नामांकन 14 फरवरी को होगा. बता दें कि 15 फरवरी को नामांकन करने की अंतिम तिथि है. समाजवादी पार्टी की तरफ से मौजूदा राज्यसभा सांसद जया बच्चन को रिपीट किया जाएगा. इसके अलावा पूर्व आईएएस और यूपी के चीफ सेक्रेटरी रहे आलोक रंजन व वेस्ट यूपी के दलित नेता रामजी लाल सुमन का नाम फाइनल है.
सोमवार को लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी के मुख्यालय पर हुई बैठक के बाद राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव टिकटों को लेकर मंथन हो चुका है. सब फ़ाइनल है. इस बाबत अब कोई बैठक नहीं हो रही है. जब उनसे स्वामी प्रसाद और पार्टी विधायक मनोज पांडेय के बीच विवाद पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राजनीति में मतभेद, मनभेद और सामंजस्य सब चलता रहता है. कोई विवाद नहीं है.
रामगोपाल यादव ने कांग्रेस से सीट समझौते पर कहा की कांग्रेस से समझौता लगभग हो चुका है. कितनी सीटें उन्हें मिल रही हैं इस बारे में कांग्रेस से ही पूछें. आरएलडी से गठबंधन टूटने पर रामगोपाल यादव ने कहा कि कौन सी आरएलडी? कौन जयंत चौधरी? गठबंधन के बारे में आरएलडी वालों से मालूम करो.
उधर, समाजवादी पार्टी के विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री रविदास मल्होत्रा का दावा है कि राष्ट्रीय लोकदल के 4 विधायक उनके संपर्क में हैं और वह राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को वोट कर सकते हैं. रविदास मल्होत्रा ने कहा कि जयंत चौधरी ईडी और सीबीआई के दबाव में हैं, इसलिए उन्होंने इस तरह का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि यह कितनी अजीब बात है कि विधानसभा में उनके सभी 9 विधायक सत्र की शुरुआत में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बोल रहे थे और बीच सत्र आते-आते बीजेपी के साथ खड़े हो गए.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूपी: आगरा में व्यापारी ने बेटे और मां की करी हत्या, फिर खुद मर गया, पत्नी को खाटू श्याम ने बचाया
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