10 मार्च 2024 रविवार को दर्श अमावस्या और फाल्गुन अमावस्या है.
*1. जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महीने भर का किया हुआ पुण्य दूसरे को (अन्नदाता को) मिल जाता है .
*(स्कंद पुराण, प्रभास खं. 207.11.13)
*2. अमावस्या के दिन पेड़-पौधों से फूल-पत्ते, तिनके आदि नहीं तोड़ने चाहिए, इससे ब्रह्महत्या का पाप लगता है ! (विष्णु पुराण)
*4. अमावस्या के दिन खेती का काम न करें, न मजदूर से करवाएं .
*5. अमावस्या के दिन श्रीमद्भगवद्गीता का सातवाँ अध्याय पढ़ें और उस पाठ का पुण्य अपने पितरों को अर्पण करें . सूर्य को अर्घ्य दें और प्रार्थना करें . आज जो मैंने पाठ किया मेरे घर में जो गुजर गए हैं, उनको उसका पुण्य मिल जाए . इससे उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पत्ति बढ़ेगी .
*धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए
*हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें.
*सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा.
*विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें.
आहुति मंत्र
*१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः
*२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः
*३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः
*४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः
*५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः
नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए
*घर में हर अमावस अथवा हर 15 दिन में पानी में खड़ा नमक (1 लीटर पानी में 50 ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें . इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी . अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं .
Astro nirmal
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जन्म कुंडली से जानें नौकरी की तैयारी कर रहे तो क्या हो पायेगा ?
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