बुध को बुद्धि, वाणी, व्यापार और अर्थव्यवस्था का कारक ग्रह माना जाता है. बुध के गोचर से इन सभी क्षेत्रों पर असर पड़ता है. ज्योतिष में बुध के गोचर को बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है. इसी क्रम में बुध मीन राशि में उदय होने जा रहे हैं.
ज्योतिष में किसी भी ग्रह का उदय या अस्त होने का बहुत अधिक महत्व है. इस शब्द का अर्थ उस राशि से होता है जिसमें कोई ग्रह उदित हो रहे हो . बुध जल तत्व की राशि मीन में उदित हो रहे हैं. बता दें कि मीन राशि बुध की नीच राशि है और अब जब वह इस राशि में उदित हो रहे हैं तो वह अपनी ऊर्जा और ताकत को दोबारा प्राप्त करने में सक्षम होंगे. नीच राशि में होते हुए भी इन्हें पहले भाव में दिग्बल की प्राप्ति होगी और साथ ही, ये उदित भी हो रहे है तो इन्हें पहले के मुताबिक अधिक मजबूत होंगे. आइए इसी क्रम में जानते हैं कि ज्योतिष में बुध ग्रह का महत्व.
बुध मीन राशि में उदय: समय व तिथि
बुद्धि और वाणी के कारक ग्रह बुध का मीन राशि में उदय 19 अप्रैल 2024 की सुबह 10 बजकर 23 मिनट पर होने जा रहा है. जिसका प्रभाव सभी 12 राशि के जातकों की कुंडली में देखने को मिलेगा.
ज्योतिष में बुध ग्रह का महत्व
बुध बुद्धि, व्यापार, वाणी, त्वचा, धन का कारक माने जाते हैं. ज्योतिष के अनुसार, यदि कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत हो तो जातक को जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और जातक ज्ञान से ओत प्रोत होता है. ऐसे जातक बहुत बुद्धिमान और होशियार होते हैं, वे हर विषय को अच्छे से समझने में सक्षम होते हैं. बुध मजबूत होने पर जातक व्यापार में तेजी से आगे बढ़ते हैं और बिज़नेस के सिलसिले से बेहतर परिणाम प्राप्त करते हैं. जिन लोगों की कुंडली में बुध बहुत मज़बूत स्थिति में होते हैं, उनका प्रदर्शन व्यापार और सट्टेबाजी में शानदार रहता है. वहीं, जो जातक गूढ़ विज्ञान जैसे ज्योतिष, रहस्यवाद आदि से जुड़े होते हैं, वह इन क्षेत्रों में अच्छी सफलता प्राप्त करते हैं.
बुध कन्या राशि में उच्च के होते हैं और बुध महाराज अपनी नीच राशि मीन में कमज़ोर अवस्था में मौजूद होते हैं. जब बुध नीच राशि में होते हैं तो ये अच्छा प्रदर्शन करने में असफल होते हैं और इन्हें कई बार हानि का भी सामना करना पड़ सकता है. इसके साथ ही, जब बुध अशुभ ग्रह जैसे राहु, केतु या मंगल आदि के साथ मौजूद होते हैं तो ये जातक को कई प्रकार की समस्याओं से घेर लेते हैं. ऐसे जातकों का स्वभाव आक्रामक हो जाता है. इसी क्रम में, कुंडली में जब बुध देव पापी ग्रहों राहु या केतु के साथ स्थित होते हैं, तब जातकों को स्वास्थ्य संबंधी कई प्रकार की समस्याएं देते हैं. जैसे जातक को नींद न आने, त्वचा संबंधी, तंत्रिका तंत्र आदि से संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती है. वहीं यदि बुध शुभ ग्रह जैसे बृहस्पति के साथ बैठे होते हैं, तो जातकों को इनके प्रभाव से व्यापार, सट्टेबाजी और ट्रेड के क्षेत्र में दोगुने परिणाम प्राप्त होते हैं.
मीन राशि में बुध: विशेषताएं
मीन राशि में बुध होने के परिणामस्वरूप कल्पनाशील स्वभाव वाले होते हैं और इस वजह से जल्द ही आहत होते हैं. ये जातक दूसरों के प्रति विनम्र और दयालु होते हैं और रचनात्मक कार्यों जैसे- पेंटिंग से लेकर संगीत तक हर चीजों के प्रति अच्छी रुचि रखते हैं. ये जातक बहुमुखी प्रतिभाओं को ग्रहण करने वाले होते हैं. इनके पास धन की कमी नहीं होती है और ये लोगों से उधार लेने या बैंक से लोन लेने के बारे में जल्दी नहीं सोचते हैं. इनके पास जितना होता है ये उतने में ही अपना गुजारा करते हैं. कई बार मीन राशि में बुध की मौजूदगी के परिणामस्वरूप ये जातक निर्णय लेने में तेजी दिखा देते हैं और इस वजह से किसी बड़ी मुसीबत में फंस जाते हैं.
इनके नकारात्मक पक्ष की बात करें तो ये कई बार दूसरे पर अधिक भरोसा कर बैठते हैं, जिसके चलते इन्हें बाद में पश्चाताना पड़ जाता है. ये अपना रास्ता खुद नहीं बनाते और न ही कुछ बदलने का प्रयास करते हैं, जो जैसा चल रहा है उसे वैसा ही चलने देते हैं. कई बार ये इतना भ्रमित हो जाते हैं कि इन्हें पता ही नहीं होता है कि ये अपने जीवन में क्या हासिल करना चाहते हैं. ये काफी मूडी होते हैं और इसलिए दूसरे इन्हें जल्दी समझ ही नहीं पाते हैं.
मीन राशि के स्वभाव
मीन राशि के जातक अक्सर चीजों से मोहभंग हो जाता है. ये तब तक दयालु होते हैं, जब तक इन्हें परेशान न किया जाय. किसी के द्वारा तंग किए जाने पर ये बहुत कठोर हो जाते हैं. यदि इनकी नहीं सुनी जाए तो ये निराशा के सागर में गोते लगाते हुए अपना समय बर्बाद करने लगते हैं. खुद की उपेक्षा के कारण अक्सर ये सुस्त और उदास हो जाते हैं. ये अपने सहानुभूतिपूर्ण स्वभाव के लिए जाने जाते हैं और पसंद किए जाते हैं.
मीन राशि जातक आकर्षक होते हैं और जीवन में कई चीजों के प्रति लापरवाह दृष्टिकोण रखते हैं, जो कि उनके लिए कठिन हो सकता है. एक बार यदि ये नियमों और अनुशासन का एक निश्चित स्तर तक पालन करने लगे तो रास्ते सरल हो जाते हैं. ये जातक कुछ रचनात्मक कला, संगीत या कविता के माध्यम से अपनी भावनाओं को बाहर निकाल सकते हैं. बुध मीन राशि में नीच के होते हैं और ऐसे में बुध उदित हो रहे हैं तो ये जातक को अनुकूल परिणाम दे सकते हैं.
कुंडली में बुध की अशुभ स्थिति
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध कमज़ोर स्थिति में हैं तो जातक को वाणी से संबंधित कई प्रकार की समस्याएं दे सकता है, जिसके चलते उसे कार्यक्षेत्र और समाज में भी अपमानित होना पड़ सकता है.
कमज़ोर बुध के चलते जातक का मन पूजा-पाठ में नहीं लगता है.
बुध की अशुभ स्थिति के चलते जातक को बोलने में दिक्कत आ सकती है. वह अपनी बात स्पष्ट रूप से कहने में असमर्थ होता है.
जातक त्वचा, पाचन आदि से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से परेशान रहता है.
कमज़ोर बुध के कारण जातक को आर्थिक जीवन में भी कई समस्याओं से गुज़रा पड़ सकता है.
ऐसे व्यक्ति को व्यापार में भी हानि होने की संभावना होती है.
बुध की मजबूत स्थिति के संकेत
कुंडली में बुध ग्रह मजबूत हो तो जातक की वाणी में मधुरता आती है. साथ ही, जातक का सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा होता है.
मजबूत बुध के प्रभाव से व्यक्ति व्यापार के क्षेत्र में खूब धन कमाता है और उसका आर्थिक जीवन मजबूत होता है.
इसके अलावा, शेयर मार्केट व सट्टे बाजार से भी व्यक्ति को लाभ होता है.
ये जातक अपनी तर्क क्षमता का प्रयोग कर जीवन के हर क्षेत्र में तरक्की प्राप्त करते हैं.
ऐसी स्थिति में आपके भीतर ज्ञान की वृद्धि होगी और आप तेजी से चीज़ों को समझने में सक्षम होंगे.
बुध मजबूत करने के आसान ज्योतिष उपाय
बुधवार के दिन हरी मूंग की दाल का दान करना चाहिए. साथ ही, इस दिन हरी मूंग की दाल का सेवन करना भी फायदेमंद साबित होगा. ऐसा करने से कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत होती है और भगवान गणेश व लक्ष्मी की भी कृपा बनी रहती है.
आर्थिक समस्याओं से कर्ज से परेशान हैं तो हर बुधवार को भगवान गणेश स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. ऐसा करने से भगवान गणेश का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में उन्नति के मार्ग प्रशस्त होते हैं.
प्रत्येक बुधवार को भगवान गणेश को शमी पत्ता और दूर्वा अर्पित करना चाहिए. अगर शमी के पत्ता नहीं मिल रहा है तो दूर्वा अर्पित कर सकते हैं.
बुधवार के दिन गाय को हरी घास या पालक साग अवश्य खिलाना चाहिए. ऐसा करने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद और ग्रह दोष पीड़ा भी दूर होती है. लेकिन ध्यान रखें कि गाय को घास और हरा पालक आप कम से कम तीन महीने तक अवश्य खिलाएं, इसके बाद आपको फल मिलना शुरू हो जाएगा.
बुधवार के दिन बुध ग्रह के मंत्रों का जप करना चाहिए. बुध के इन मंत्रों का जप करने से मन की एकाग्रता बढ़ती है और मानसिक तनाव से भी मुक्ति मिलती है. बीज मंत्र : ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः! , ॐ बुं बुधाय नमः अथवा ॐ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नमः! , ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:, प्रियंगुकलिकाश्यामं रूपेणाप्रतिमं बुधम. सौम्यं सौम्य गुणोपेतं तं बुधं प्रणमाम्यहम..
बुधवार के दिन बहन और भांजी को गिफ्ट देना चाहिए. अगर बहन बड़ी है तो सबसे पहले उनके चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लें और फिर गिफ्ट दें. ऐसा करने से व्यापार, शिक्षा और संचार में उन्नति होती है और कुंडली में बुध के अशुभ प्रभाव से भी मुक्ति मिलती है.
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बुध मीन राशि में उदय: सभी राशियों पर प्रभाव
मेष राशि
आपके साहस में कमी आ सकती है जो कि आपके लिए नकारात्मक साबित होने की आशंका है
वृषभ राशि
सामान्यतौर पर इस अवधि में आप जितना भी पैसा कमाएंगे, लेकिन आपको संतुष्टि और सुख-सुविधाएं प्राप्त न होने की संभावना है. चाहे आपकी कमाई कम ही क्यों न हों, परंतु सुख सुविधाओं का आभाश रहेगा
मिथुन राशि
बुध का मीन राशि में उदय होने से आप निवेश के माध्यम से अपने जीवन में सुख-सुविधाओं को बढ़ाने में सक्षम होंगे जिससे आप ख़ुश नज़र आएंगे.
कर्क राशि
बुध का मीन राशि में उदय होने से आपको जीवन के ज्यादातर क्षेत्रों जैसे कि भाग्य, प्रगति और भाई-बहनों के साथ रिश्ते आदि में उतार-चढ़वा का सामना करना पड़ सकता है. यह जातक जो भी काम कर रहे हैं संतुष्टि प्राप्त नहीं होगी.
सिंह राशि
इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को अपने धन, निजी जीवन आदि क्षेत्रों को लेकर सावधान रहना होगा क्योंकि आपको इन क्षेत्रों में संतुष्टि न मिलने की आशंका है
कन्या राशि
बुध का मीन राशि में उदय आपके करियर के लिए समृद्धि लेकर आएगा. ऐसे में, आप नौकरी में ज्यादा लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे. यदि आप व्यापार करते हैं, तो आप ठीक रहेंगे
तुला राशि
आपको अपने व्यक्तिगत विकास की राह में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है. इन जातकों को बुध का मीन राशि में उदय के दौरान विभिन्न उतार चढाव देखने को मिलेंगे
वृश्चिक राशि
बुध का मीन राशि में उदय आपके पांचवें भाव में होने की वजह से आप अपने भविष्य को लेकर चिंतित नज़र आ सकते हैं और आप तनाव में रह सकते हैं.
धनु राशि
बुध का मीन राशि में उदय होने से आप अपने जीवन में चलने वाली चीज़ों को लेकर नाख़ुश दिखाई दे सकते हैं. साथ ही, आपको घर-परिवार के साथ भी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है
मकर राशि
बुध का मीन राशि में उदय होने से आपको व्यक्तिगत विकास के मार्ग में समस्याओं और कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.
कुंभ राशि
इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को ज्यादा धन कमाने में समस्याओं और बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही, यह आपको धन हानिकर भी हो सकती है, |
मीन राशि
बुध का मीन राशि में उदय होने की अवधि में आपको जीवनसाथी के साथ रिश्ते को बेहतर करने और परिवार में चल रही समस्याओं को सुलझाने पर ध्यान केंद्रित करना होगा.
भोज दत्त शर्मा , वैदिक ज्योतिष
Astrology By Bhoj Sharma
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जन्म कुंडली में यदि चंद्रमा दूसरे या आठवे भाव में हो, तो पसीना अधिक आता
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