बलरामपुर. छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में पुलिस ने दिमागी रूप से अस्वस्थ एक शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसने कथित तौर पर अपने 4 साल के बेटे की गला काटकर उसकी बलि दे दी। उन्होंने बताया कि कमलेश के परिजनों ने जानकारी दी कि शनिवार को कमलेश अचानक पागलों की तरह हरकत करने लगा। वह परिवार के सदस्यों से कहने लगा कि उसके कानों में अजीब सी आवाज सुनाई दे रही है और उसे किसी की बलि चढ़ाने के लिए कहा जा रहा है।
शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत महुआडीह गांव में आरोपी कमलेश नगेशिया (26) की बातों पर उसके परिजनों ने ध्यान नहीं दिया। शनिवार-रिवार रात रात में भोजन के बाद सभी सोने चले गए और कमलेश की पत्नी भी अपने दो बेटों को लेकर अपने कमरे में सोने चली गई। उन्होंने बताया कि रात में कमलेश अचानक उठा और उसने घर के आंगन में एक मुर्गे का गला रेत दिया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बाद में वह अपने बड़े बेटे अविनाश को उठाकर आंगन में ले आया और गला रेतकर उसकी हत्या कर दी।
जब पत्नी जागी तो उसने बच्चे को नहीं देखा। वह बाहर निकली और पति कमलेश से बेटे के बारे में पूछा। तब कमलेश ने उसे बताया कि उसने बलि चढ़ाने के लिए उसका गला काट दिया है। महिला ने पड़ोस में रहने वाले परिवार के अन्य सदस्यों और गांववालों को घटना की जानकारी दी। उन्होंने बाद में पुलिस को सूचना दी। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एक अधिकारी ने बताया, आरोपी मानसिक रूप से बीमार बताया जा रहा है। उसने अपनी पत्नी और परिवार के अन्य लोगों को बताया था कि उसे एक आवाज सुनाई देती है, जिसमें उसे बलि चढ़ाने को कहा जाता है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इससे पहले उसने अपनी मां की हत्या की भी कोशिश की थी, लेकिन तब परिजनों ने रोक लिया था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने कमलेश को पकड़ लिया और बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उन्होंने बताया कि प्राथमिक जानकारी के अनुसार कमलेश की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-छत्तीसगढ़: बेमेतरा जिले में एक फैक्टरी में जोरदार धमाका, दस लोगों की मौत की खबर
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