MP : हाईकोर्ट में भोजशाला पर 2000 पन्नों की रिपोर्ट पेश, हिन्दू पक्ष ने कहा 94 से ज्यादा मूर्तियां मिली है, मुस्लिम पक्ष बोला सुप्रीम कोर्ट करेगा फैसला

MP : हाईकोर्ट में भोजशाला पर 2000 पन्नों की रिपोर्ट पेश, हिन्दू पक्ष ने कहा 94 से ज्यादा मूर्तियां मिली है, मुस्लिम पक्ष बोला सुप्रीम कोर्ट करेगा फैसला

प्रेषित समय :20:33:09 PM / Mon, Jul 15th, 2024
Reporter : reporternamegoeshere
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पलपल संवाददाता, इंदौर। एमपी की इंदौर हाईकोर्ट में आज भारतीय पुरात्व सर्वेक्षण के अधिवक्ता हिमांशु जोशी ने 2000 पन्नों की रिपोर्ट पेश कर दी। धार की भोजशाला मंदिर है या मस्जिद इस प्रश्र का जबाव खोजने के लिए 98 दिन तक वैज्ञानिक सर्वे किया किया गया। कोर्ट ने रिर्पोट को मीडिया में शेयर न करने के लिए सभी पक्षों को निर्देश दिए है।
                              अधिवक्ता हिमांशु जोशी का कहना है कि रिपोर्ट 2 हजार पेज की है। इसमें सर्वे और खुदाई के दौरान मिले 1700 से ज्यादा प्रमाणध्अवशेष शामिल हैं। हाईकोर्ट इस पर 22 जुलाई को सुनवाई करेगा। वहीं हिंदू पक्ष के एडवोकेट हरिशंकर जैन ने दावा किया कि भोजशाला की सर्वे रिपोर्ट से हिंदू पक्ष का दावा 100 प्रतिशत साबित हो रहा है। यहां 94 आर्टिकल्स मिले, इनमें टूटी मूर्तियां, शिलालेख व संस्कृत के श्लोक हैं। इससे प्रतीत होता है कि यहां मां वाग्देवी मंदिर ही था और धार्मिक शिक्षा दी जाती थी। अलग-अलग टाइम के करीब 30 सिक्के भी इनमें शामिल हैं। हिंदू पक्ष के याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने दावा किया कि यह इमारत राजा भोज के काल की ही साबित होगी। जिसे वर्ष 1034 में बनाया गया था। सर्वे में कई प्राचीन मूर्तियां मिली हैं, जो परमारकालीन हो सकती हैं। इस तरह ये परमारकालीन इमारत है। अवशेषों से लगभग तय माना जा रहा है कि इसका निर्माण 9वीं से 11वीं शताब्दी के बीच का है। एक गर्भगृह के पास ईंटों से बनी 27 फीट लंबी दीवार भी मिली है। पुरातत्वविदों का मानना है कि ईंटों से निर्माण और भी प्राचीन समय में होता था। मोहन जोदड़ो सभ्यता के समय यानी यह स्थान और भी प्राचीन हो सकता है। वही दूसरी ओर धार के शहर काजी वकार सादिक कहना है कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही निर्देश दे चुका है कि एएसआई की रिपोर्ट पर हाईकोर्ट स्तर से कोई एक्शन नहीं लिया जा सकता है। हाईकोर्ट में 22 जुलाई को सुनवाई है लेकिन फैसला सुप्रीम कोर्ट स्तर से ही करना है।
यहां पर मंगलवार को पूजा, शुक्रवार को होती है नमाज-
भोजशाला में मंगलवार को हिंदू पक्ष को पूजा करने की अनुमति है। शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष को नमाज पढऩे के लिए दोपहर 1 से 3 बजे तक प्रवेश दिया जाता है। दोनों को नि:शुल्क प्रवेश मिलता है। बाकी दिनों में 1 रुपए का टिकट लगता है। हिंदू पक्ष भोजशाला को वाग्देवी सरस्वती का मंदिर मानता है। मुस्लिम इसे कलाम मौला मस्जिद मानता है।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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