- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8302755688)
* मासिक कृष्ण जन्माष्टमी.... 27 जुलाई 2024
* मासिक कृष्ण जन्मोत्सव- 00:17 से 01:00, 28 जुलाई 2024
* कृष्ण अष्टमी प्रारम्भ- 21:19, 27 जुलाई 2024
* कृष्ण अष्टमी समाप्त- 19:27, 28 जुलाई 2024
श्रीविष्णु के विविध स्वरूपों की नामावली का प्रतिदिन प्रात: स्मरण करने से कामयाबी के रास्ते खुल जाते हैं...
अच्युतं, केशवं, राम, नारायणं, कृष्ण, दामोदरं, वासुदेवं हरे.
श्रीधरं, माधवं, गोपिका वल्लभं, जानकी नायकं श्री रामचन्द्रं भजे..
श्रीकृष्ण के भक्त प्रत्येक कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मासिक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाते हैं, श्रीकृष्ण की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर बच्चों को श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप में सजाया-संवारा जाता है. जीवन में विविध उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए श्रीकृष्ण के विभिन्न स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है, इसी क्रम में जीवन में खुशियों के लिए बाल स्वरूप श्रीकृष्ण की पूजा करें!
धर्मधारणा के अनुसार... जीवन में सांसारिक समस्याओं से मुक्ति चाहिए तो श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना सर्वोत्तम है.
जीवन में अलग-अलग तरह की समस्याओं, परेशानियों से मुक्ति के लिए श्रीविष्णु के अलग-अलग स्वरूपों की आराधना की जाती है...
* श्रीहरि के नाम जाप से पाप मुक्ति मिलती है.
* प्रजापति के नाम जाप से मंगल कार्य सम्पन्न हो जाते हैं.
* चक्रधर की आराधना से विजय प्राप्त होती है.
* त्रिविक्रम के स्मरण से उद्देश्यपूर्ण यात्राएं सफल होती हैं.
* श्रीविष्णु के नाम जाप से औषधि का प्रभाव बढ़ जाता है.
* दामोदर के स्मरण से बंधन-मुक्ति मिलती है.
* नृसिंह का नाम शत्रुओं के षड्यंत्र से रक्षा करता है.
* ऋषिकेश का नाम भयमुक्त करता है.
* श्रीराम पूजन विजय देने वाला है.
* वासुदेव का स्मरण प्राकृतिक प्रकोपों से बचाता है.
* सर्वेश्वर का स्मरण सार्वजनिक जीवन में सफलता प्रदान करता है.
* बलभद्र का नाम जाप निर्विघ्न कार्य सिद्धि प्रदाता है.
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 26 जुलाई 2024
* कालाष्टमी - 27 जुलाई 2024
* कृष्ण अष्टमी प्रारम्भ - 21:19, 27 जुलाई 2024
* कृष्ण अष्टमी समाप्त - 19:27, 28 जुलाई 2024
* सूर्योदय 06:00, सूर्यास्त 19:18
* चन्द्रोदय 22:58, चन्द्रास्त 10:53
* शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081
* अमान्त महीना आषाढ़, पूर्णिमान्त महीना श्रावण
* वार शुक्रवार, पक्ष कृष्ण, तिथि षष्ठी - 23:30 तक, नक्षत्र उत्तर भाद्रपद - 14:30 तक, योग सुकर्मा - 01:32, (27 जुलाई 2024) तक, करण गर - 12:42 तक, द्वितीय करण वणिज - 23:30 तक
* सूर्य राशि कर्क, चन्द्र राशि मीन
* राहुकाल 10:59 से 12:39
* अभिजीत मुहूर्त 12:12 से 13:05
शुक्रवार चौघड़िया- 26 जुलाई 2024
* दिन का चौघड़िया
चर - 06:00 से 07:39
लाभ - 07:39 से 09:19
अमृत - 09:19 से 10:59
काल - 10:59 से 12:39
शुभ - 12:39 से 14:18
रोग - 14:18 से 15:58
उद्वेग - 15:58 से 17:38
चर - 17:38 से 19:18
* रात्रि का चौघड़िया
रोग - 19:18 से 20:38
काल - 20:38 से 21:58
लाभ - 21:58 से 23:19
उद्वेग - 23:19 से 00:39
शुभ - 00:39 से 01:59
अमृत - 01:59 से 03:19
चर - 03:19 से 04:40
रोग - 04:40 से 06:00
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- जल्दबाजी में गलत फैसले लेने से बचें. रुके कार्यों में अचानक गती आ सकती है. सुख साधनों पर बड़ा खर्च आज संभव है. किसी कार्यक्रम की रूप रेखा बना सकते हैं. पुराना लेन-देन हो सकता है.
वृष राशि:- व्यवसाय में नई योजना लागू हो सकती है. व्यस्तता के चलते स्वास्थ बिगड़ सकता है. लक्ष्य प्राप्ति के लिए और कड़ी मेहनत करनी होगी. बहनों से संबध में कड़वाहट आ सकती है. संतान सुख की प्राप्ति होगी.
मिथुन राशि:- मन की अस्थिरता के कारण फैसले लेने में सक्षम नहीं रहेंगे. अपने क्रोध पर अंकुश रखें. अपने संबंधों के कारण रुके कार्य को गती मिलेगी. मित्रों के साथ समय व्यतीत होगा. संतों का सानिध्य मिलेगा.
कर्क राशि:- आकस्मिक धन लाभ हो सकता है. किसी बड़े निवेश का अंदेशा है. जो लाभदयक रहेगा. व्यापार व्यवसाय को नई उंचाई मिलेगी. विरोधी सक्रिय होंगे. जीवनसाथी के स्वास्थ की चिंता रहेगी. संतान सुख संभव है.
सिंह राशि:- नौकरी पेशा लोगों के लिए समय शुभ है. पारिवारिक समारोह की तैयारी में लगे रहेंगे. परिजनों का सहयोग मिलेगा. दांत संबंधित रोग से पीड़ित रहेंगे. पिता के साथ किसी महत्त्वपूर्ण विषय पर चर्चा होगी.
कन्या राशि:- अटके काम पुरे होंगे. किसी विशेष व्यक्ति से मुलाकात होगी. अपने कार्य के प्रति आप समर्पित नहीं है. ध्यान देकर कार्य करें. जीवनसाथी के सहयोग स्व कारू पुरे होंगे. मोजमस्ती में समय व धन खर्च होगा.
तुला राशि:- मांगलिक कार्यों में शामिल होंगे. संतान की उन्नति से प्रसन्न होंगे. अपने सहकर्मियों से मतभेद संभव है. विरोधी नुकसान पंहुचा सकते हैं. विदेश जाने के योग बन रहे हैं. स्वास्थ कमजोर रहेगा.
वृश्चिक राशि:- क्रोध की अधिकता रहेगी. किसी लाभकारी अवसर की तलाश में हैं. व्यापरिक नए सौदे ला देंगे. नए मित्र बनेंगे. समाज में मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी. विवाह प्रस्ताव सफल होंगे. बहनों का सहयोग मिलेगा.
धनु राशि:- स्वास्थ में सुधार होगा. पारिवारिक झगड़े बैठ कर हल होंगे. आकस्मिक यात्रा हो सकती है. नई जिम्मेदारी मिलने से लोगों का नजरिया बदलेगा. अपने अधिकारियों से संबंधों में नजदिकियां आएगी. जीवन संगनी का साथ मिलेगा.
मकर राशि:- सेना प्रशासन से जुड़े लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है. विरोधी सक्रीय होंगे सतर्कता से समय व्यतीत करें. पेट संबंधित रोग से पीड़ित रहेंगे. आर्थिक लाभ होगा. भवन परिवर्तन संभव है.
कुम्भ राशि:- अपने संपर्क का आज लाभ मिलेगा. मित्रों के साथ समय व्यतीत होगा. नए वस्त्र आभूषण की प्राप्ति हो सकती है. पारिवारिक माहौल आनंदप्रद रहेगा. पेट संबंधित रोग से ग्रस्त रहेंगे.
मीन राशि:- यात्रा के योग बन रहे हैं. नोकरी में पदोन्नति हो सकती है. परीक्षार्थी सफल होंगे. अपने व्यवहार से अधीनस्थों का दिल जीत लेंगे. घेरलू विवाद के कारण तनाव में रहेंगे. न्यायपक्ष अनुकूल रहेगा.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
कुंडली के अनुसार साढ़ेसाती या ढैय्या के प्रभाव में बिना किसी कारण कलंक और बदनामी
जन्म कुंडली के अनुसार अष्टम भाव में गुरू का प्रभाव
कुंडली में षोडश वर्ग को समझे फिर देखें फलादेश की सटीकता व सफलता
जन्म कुंडली के सप्तम भाव में सूर्य शनि की युति हो तो दो शादी के योग