नई दिल्ली. यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) ने विवादित ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेड़कर के प्रोविजनल कैंडिडेचर कैंसिल कर दिया है. कमीशन ने यह कदम खेडकर के सिविल सर्विसेज एग्जाम 2022 के एप्लीकेशन में अनियमितताओं को देखते हुए उठाया है. इसके साथ पूजा खेडकर को यूपीएससी की ओर से आयोजित कराई जाने वाली किसी भी परीक्षा में शामिल होने से भी प्रतिबंधित कर दिया गया है. यानी कि अब पूजा खेडकर यूपीएससी का कोई भी एग्जाम नहीं दे सकेंगी.
क्या-क्या आरोप लगे हैं?
यूपीएससी परीक्षा में 821वीं रैंक पाने वाली पूजा खेडकर पर अपनी अथॉरिटी का दुरुपयोग करने का आरोप है. उन पर सिविल सेवा परीक्षा के लिए जितने अटेम्प्ट मिलते हैं उससे ज्यादा बार परीक्षा देने के लिए अपनी पहचान गलत बताने का भी आरोप है. खुद को दिव्यांग दिखाने के लिए फर्जी डॉक्यूमेंट्स का इस्तेमाल करने की रिपोर्ट्स आने पर यूपीएससी ने खेडकर को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. दिल्ली पुलिस ने खेडकर के खिलाफ यूपीएससी की ओर से मिली शिकायत के आधार पर एफआईआर भी दर्ज की है.
ट्रेनिंग होल्ड पर रखी गई
करीब 2 सप्ताह पहले ही उन्हें महाराष्ट्र ,सरकार के जिला प्रशिक्षण प्रोग्राम से बाहर कर दिया गया था. उन्हें मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन वापस बुला लिया गया है और उनकी ट्रेनिंग होल्ड पर रख दी गई है. इस सप्ताह की शुरुआत में पुणे की एक अदालत ने पूजा खेडकर की मां को एक जमीन के विवाद से जुड़े आपराधिक मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश सुनाया था. खुद खेडकर की एक अग्रिम जमानत याचिका पर दिल्ली की एक अदालत में आज सुनवाई होनी है.
दिल्ली : कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में भरा पानी, यूपीएससी के 3 छात्रों की मौत
यूपीएससी चेयरमैन मनोज सोनी ने इस्तीफा दिया, 5 साल का कार्यकाल बाकी था
UPSC 2024: यूपीएससी प्रीलिम्स एग्जाम के लिए खबर, कल होगी परीक्षा