इस महीने में होने वाले गोचर और लगने वाले ग्रहण के बारे में बात करेंगे. अगस्त 2024 में कुल 8 बार ग्रहों की स्थिति और दशा में परिवर्तन देखने को मिलेगा जिसमें 4 बड़े ग्रह गोचर करेंगे और जबकि एक ग्रह चार बार अपनी चाल एवं दशा में बदलाव करेंगे. तो आइए बिना देर किये जानते हैं इन ग्रहों के गोचरों के बारे में.
बुध सिंह राशि में वक्री ( 05 अगस्त 2024, सोमवार) : ग्रहों के राजकुमार व बुद्धि, एकाग्रता, वाणी, त्वचा, सौंदर्य तथा सुगंध के कारक ग्रह बुध 05 अगस्त 2024 की सुबह 09 बजकर 44 मिनट पर सिंह राशि में वक्री होंगे.
बुध सिंह राशि में अस्त (12 अगस्त 2024, सोमवार) : बुद्धि, एकाग्रता, वाणी, त्वचा, सौंदर्य तथा सुगंध के कारक ग्रह बुध सूर्य के स्वामित्व वाली राशि सिंह में 12 अगस्त 2024 की सुबह 09 बजकर 49 मिनट पर अस्त होंगे.
सूर्य का सिंह राशि में गोचर (16 अगस्त 2024, शुक्रवार) : नवग्रहों के राजा व मान-सम्मान, उच्च पद, आत्म, पिता और नेतृत्व क्षमता के कारक ग्रह सूर्य 16 अगस्त, 2024 शुक्रवार की शाम 07 बजकर 32 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करेंगे.
वक्री अवस्था में बुध का कर्क राशि में गोचर (22 अगस्त 2024, गुरुवार) : बुद्धि, व्यापार, वाणी, त्वचा धन के कारक ग्रह बुध 22 अगस्त 2024 गुरुवार की सुबह 06 बजकर 47 मिनट पर वक्री अवस्था में चंद्रमा के स्वामित्व वाली राशि कर्क में गोचर करेंगे.
शुक्र का कन्या राशि में गोचर ( 25 अगस्त 2024, रविवार) : प्रेम, विलासिता और भौतिक सुखों के कारक ग्रह शुक्र देव 25 अगस्त 2024 की मध्यरात्रि 12 बजकर 59 मिनट पर कन्या राशि में गोचर करने जा रहे हैं.
मंगल का मिथुन राशि में गोचर (26 अगस्त 2024, सोमवार) : लाल ग्रह के नाम से प्रसिद्ध मंगल महाराज 26 अगस्त 2024 सोमवार की दोपहर 03 बजकर 40 मिनट पर राजकुमार बुध के स्वामित्व वाली राशि मिथुन में गोचर करेंगे.
बुध का कर्क राशि में उदय (26 अगस्त 2024, सोमवार) : बुध को ग्रहों के राजकुमार के नाम से जाना जाता है जो अब 26 अगस्त 2024 की शाम 06 बजकर 14 मिनट पर कर्क राशि में उदय होने जा रहे हैं.
बुध कर्क राशि में मार्गी (29 अगस्त 2024, गुरुवार) : बुध को ग्रहों के राजकुमार के नाम से जाना जाता है जो 29 अगस्त 2024 गुरुवार की सुबह 09 बजकर 15 मिनट पर कर्क राशि में मार्गी होंगे.
भोज दत्त शर्मा , वैदिक ज्योतिष
Astrology By Bhoj Sharma
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कुंडली के अनुसार साढ़ेसाती या ढैय्या के प्रभाव में बिना किसी कारण कलंक और बदनामी
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