पोलैंड. भारत का दृढ़ विश्वास है कि किसी भी संकट में निर्दोष लोगों की जान जाना पूरी मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है. हम शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए बातचीत और कूटनीति का समर्थन करते हैं. इस आशय की बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पोलैंड में कही.
पीएम मोदी ने कहा कि जनवरी 2025 में पोलैंड यूरोपीय संघ की अध्यक्षता संभालेगा. मुझे विश्वास है कि आपका समर्थन भारत और यूरोपीय संघ के बीच संबंधों को मजबूत करेगा. यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहे संघर्ष गहरी चिंता का विषय हैं. हम सभी के लिए. इसके लिए भारत अपने मित्र देशों के साथ मिलकर हर संभव सहयोग करने को तैयार है. पोलैंड में इंडोलॉजी और संस्कृत की बहुत पुरानी और समृद्ध परंपरा है. उन्होने कहा कि हमारे संबंधों की मजबूत नींव भारतीय सभ्यता और भाषाओं में गहरी रुचि से रखी गई है. कल हमारे लोगों के बीच गहरे संबंधों का प्रत्यक्ष व जीवंत उदाहरण देखा. मुझे कोल्हापुर के महाराजा के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने का सौभाग्य मिला. मुझे खुशी है कि पोलैंड के लोग आज भी उनकी परोपकारिता और उदारता का सम्मान करते हैं. उनकी स्मृति को अमर बनाने के लिए हम भारत और पोलैंड के बीच जाम साहेब नवानगर यूथ एक्शन प्रोग्राम शुरू करने जा रहे हैं. हर साल पोलैंड से 20 युवाओं को भारत भ्रमण पर ले जाया जाएगा. पोलैंड के पीएम डोनाल्ड टस्क ने कहा कि जहां तक ??भारत और पोलैंड के बीच आदान-प्रदान का सवाल है. हमने विभिन्न विषयों पर चर्चा की. हम रक्षा व व्यापार के क्षेत्र में अपने सहयोग को मजबूत करना चाहते हैं. इसमें आपसी संभावनाएं अपार हैं. पोलैंड इसके लिए तैयार है भारत के रक्षा आधुनिकीकरण में हिस्सा. हमारे पास आवश्यक तकनीकी क्षमता व विशेषज्ञ हैं. भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में एक वैश्विक नेता है, हम इस तकनीक का उपयोग देश के रक्षा क्षेत्र सहित कई क्षेत्रों में कर रहे हैं रक्षा और हम एक दूसरे के साथ सहयोग करते हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मोदी हुए पोलैंड के लिए रवाना, 45 साल में किसी भारतीय PM का पहला दौरा
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