राजगढ़. मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले की जीरापुर तहसील के तमोलिया गांव में एक अनोखा नजारा देखने को मिला. दरअसल, गांव में एक बंदर की करंट लगने से मौत हो गई थी, जिसके चलते ग्रामीणों ने फैसला किया कि सभी मिलकर धार्मिक रीति-रिवाज के साथ बंदर का अंतिम संस्कार करेंगे. फिर क्या था, सभी धार्मिक रीति रिवाजों का पालन किया गया और सभी नियमों का पालन करते हुए बंदर की शव यात्रा निकाली गई. खासा बात ये रही कि इस दौरान डीजे और ढोल भी बजाए गए. जो शहर की गलियों और मुख्य मार्गों से होते हुए श्मशान घाट पहुंची. यहां बंदर का अंतिम संस्कार किया गया.
ग्राम तमोलिया के सरपंच हरिओम तोमर का कहना है कि रविवार को करंट लगने से गांव के एक बंदर की आकस्मिक मौत हो गई थी. इस घटना से पूरा गांव भावुक हो गया. इसके बाद गांव के लोगों ने फैसला किया कि बंदर का अंतिम संस्कार धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार करेंगे. इसके बाद पूरी गांव बंदर के अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुट गया.
बंदर की आरती के बाद निकली शव यात्रा
बंदर की आरती की गई और फिर उसे डीजे और ढोल की धुनों के बीच पूरे गांव में यात्रा के रूप में ले जाया गया. यह शव यात्रा गांव की गलियों से होते हुए मुक्तिधाम पहुंची, जहां पर पूरे विधि-विधान के साथ बंदर का अंतिम संस्कार किया गया. गांव वालों ने आगे भी धार्मिक कार्यक्रम के तहत घाटा और नुक्ता आयोजित करने की योजना बनाई है, जिससे इस बंदर की आत्मा को शांति मिल सके.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी: महू में छत गिरी, 5 की मौत, शव निकालने लगानी पड़ी 3 जेसीबी
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