भोपाल. मध्यप्रदेश के कैदियों का भविष्य संवारने के लिए सरकार द्वारा अनूठी पहल की गई है. जिसके तहत राजधानी भोपाल में जेल में बंद कैदी ही पेट्रोल पंप चलाएंगे. इसकी शुरुआत सीएम डॉ मोहन यादव ने की है. ये पंप सक्सेस होने के बाद प्रदेश में और भी पेट्रोल पंप डाले जाएंगे. ताकि जो बंदी अपना जीवन सुधारना चाहते हैं. वे यहां काम कर सकें.
भोपाल में सेंट्रल जेल के बाहर पेट्रोल पंप की शुरुआत कर दी है. इस पेट्रोल पंप पर ओपन जेल के 9 कैदी पेट्रोल भरने से लेकर वहां के अन्य काम देखेंगे. इसी के साथ मैनेजमेंट का काम दो प्रहरियों द्वारा किया जाएगा. आपको बतादें कि प्रदेश में ये तीसरा पेट्रोल पंप है. सरकार द्वारा एक के बाद एक पंप शुरू किए जा रहे हैं.
लोन पर मिलेगा पेट्रोल और डीजल
सरकार ने कैदियों के लिए पेट्रोल और डीजल पंप डालने की शुरुआत इसलिए की है. क्योंकि ये पूरी तरह केश का धंधा है. इसी के साथ ये काम 24 घंटे चलने वाला है. इस कारण इसमें तीन शिफ्ट में कैदियों की ड्यूटी लगाई जाएगी. अच्छी बात यह है कि इसके लिए एडवांस पैसा भी नहीं लगेगा. क्योंकि इन पंपों के लिए पेट्रोल और डीजल एचपी कंपनी से लोन पर लिया जाएगा. जिसे बेचने के बाद पैसा आने पर कंपनी का लोन जमा करेंगे.
जेल कल्याण समिति की जिम्मेदारी
इस पेट्रोल पंप को चलाने के लिए जेल कल्याण समिति की जिम्मेदारी होगी. इससे होने वाली कमाई में से प्रति कैदी 500 रुपए सैलरी के रूप में दी जाएगी. वहीं मुनाफे की राशि को वेलफेयर में खर्च किया जाएगा. यानी कोई कर्मचारी गंभीर रूप से बीमार होता है. तो उसके इलाज, उसके बच्चे की पढ़ाई आदि में ये राशि खर्च की जाएगी.
इन कैदियों को मिलेगी नौकरी
पेट्रोल पंप के संचालन के लिए जेल कल्याण समिति उन कैदियों को नौकरी पर रखेगी, जिनका आचरण अच्छा है. जिनसे गलती से जुर्म हो गया है. वे अपने जीवन को सुधारना चाहते हैं. इसमें उन कैदियों को भी काम मिलेगा. जो सजा काटने के बाद अपना जीवन ईमानदारी से जी रहे हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी हाईकोर्ट ने रेलवे को लगाई फटकार, 1 लाख का जुर्माना भी लगाया
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