कोटा. रेलवे में कार्यरत लोको पायलट एवं ट्रेन मैनेजरों को डयूटी के दौरान साथ ले जाने वाले लाईन बॉक्स को हटाकर उसके स्थान पर ट्रॉली बैग प्रदान करने के निर्णय का वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन (डबलूसीआरईयू) ने कड़ा विरोध दर्ज किया है तथा प्रशासन को अवगत कराया है कि इस विषय में यूनियन से चर्चा किये बिना एकतरफा निर्णय लिया गया. यूनियन के नेतृत्व में रनिंग स्टाफ आन्दोलन एवं प्रदर्शन पर मजबूर होगा.
यूनियन के सहायक महामंत्री नरेश मालव ने बताया कि रनिंग स्टाफ के लिये लाईन बॉक्स एक महत्वपूर्ण उपस्कर है जिसमें किसी अनियमितता एवं दुर्घटना के समय काम आने वाले विभिनन औजार रखे होते है इसके अभाव में रेलवे में गाडिय़ों का विलम्बन बढेगा जो कि रेल के हित में नहीं है. रेलवे बोर्ड द्वारा लाईन बॉक्स को खत्म कर इसमें मौजूद टूल्स को ट्रॉली बैग के माध्यम से ले जाने के लिये लोको पायलेट एवं ट्रेन मैनेजर को बाध्य करना चाहता है. रेलवे बोर्ड द्वारा दिनांक 19 जुलाई 2024 को एक पत्र जारी कर सभी जोनल रेलवे को लोको पायलेट एवं ट्रेन मैनेजरों के लाईन बॉक्स को बन्द कर उनके स्थान पर ट्रॉलीबैग देने का निर्णय लिया गया जिसके उपरांत पश्चिम मध्य रेलवे प्रशासन ने भी तीनों मंडलों कोटा, भोपाल एवं जबलपुर को उपरोक्त आदेश के क्रियान्वयन हेतु निर्देशित किया, जिससे समूचे रनिंग स्टाफ में रोष व्याप्त है. रेलवे बोर्ड के आदेश के खिलाफ ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महामंत्री कॉमरेड शिवगोपाल मिश्रा ने रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर जनरल (एचआर) को पत्र प्रेषित कर इस आदेश का विरोध किया तथा कहा कि यह विषय पहले भी बोर्ड के साथ जे.सी.एम स्टाफ साईड की मीटिंग में मद क्रमांक 04/2012 के तहत चर्चा किया जा चुका है तथा इस पर रेलवे बोर्ड द्वारा अलग से मीटिंग कर बेहतर विकल्प तलाशने एवं व्यापक चर्चा हेतु विषय को लम्बित किया गया है ऐसी परिस्थिति में रेलवे बोर्ड द्वारा फैडरेशन से चर्चा किये बिना एकतरफा आदेश निकालने का समूचे रेल कर्मचारी विरोध करते है.
आज वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन के महामंत्री कॉमरेड मुकेश गालव ने भी महाप्रबंधक पश्चिम मध्य रेलवे को लाईन बॉक्स के विषय में डीसी जे.सी.एम स्तर पर चल रहे विषय से उन्हें पत्र के माध्यम से अवगत कराया तथा स्पष्ट किया कि लाइन बॉक्स के विषय में रेलवे बोर्ड के साथ जब तक जेसीएम स्टाफ की मीटिंग नहीं हो जाती तब तक लाईन बॉक्स को बंद नहीं किया जाये तथा मीटिंग में हुये निर्णय के अनुसार ही आगे की कार्यवाही तय हो, तब तक पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा जारी आदेश को रद्द किया जाये.
कोटा मंडल में भी विगत दिनों यूनियन के प्रतिनिधि मंडल अपर मंडल रेल प्रबंधक, सीनियर डीईई/टीआरओ, सीनियर डीओएम एवं सीनियर डीपीओ से वार्ता कर स्पष्ट किया कि लाइन बॉक्स को बंद करना किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जायेगा तथा प्रशासन ने एकतरफा निर्णय लिया तो मंडल के रनिंग कर्मचारी आन्दोलन पर मजबूर होगे जिसकी समस्त जवाबदारी रेल प्रशासन की होगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-