नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में शनिवार को उस वक्त विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, जब लोग लेबनान के बेरूत में इजरायल की ओर से हवाई हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या की निंदा करते हुए सड़कों पर उतर आए. बडगाम में आयोजित विरोध मार्च में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, जिन्होंने हिजबुल्लाह प्रमुख की तस्वीरें पकड़ी हुई थीं.
इजरायल द्वारा आतंकवादी समूह के 64 साल के नसरल्लाह की हत्या की घोषणा के बाद श्रीनगर के पुराने शहर और राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन हुए, जिसकी बाद में संगठन ने भी पुष्टि की. इस बीच जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने घोषणा की कि हिज़्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या की निंदा करने के लिए उनकी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) का विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार रविवार को बंद रहेगा. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लेबनान और गाजा में लोगों के साथ खड़ी है.
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर लिखा कि लेबनान और गाजा के शहीदों, विशेषकर हसन नसरुल्लाह के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मैं कल अपना अभियान रद्द कर रही हूं. हम इस दुख और अनुकरणीय प्रतिरोध की घड़ी में फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों के साथ खड़े हैं. ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के 64 वर्षीय नेता की शुक्रवार को बेरूत में समूह के मुख्यालय पर इजरायली हमले में मौत हो गई. इजरायल और हिजबुल्लाह दोनों ने ही इस मौत की पुष्टि की है,