पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में शारदेय नवरात्र की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. इस बीच रांझी के करौंदी में समिति के कार्यकर्ताओं ने बीच रास्ते में ही दुर्गा पंडाल लगा दिया. मुख्य मार्ग में दुर्गा पंडाल लगाए का विरोध करते हुए स्थानीय नागरिकों ने आयोजकों से कहा कि जहां पर दुर्गा जी की प्रतिमा स्थापित की जाती है वहीं पर की जाए. जब नागरिकों की बात पर ध्यान नहीं दिया गया तो उन्होने आज रांझी थाना का घेराव कर धरना दे दिया.
स्थानीय लोगों ने कहना है कि गांधी व्यायाम शाला में करीब 40 वर्षो से दुर्गा प्रतिमा स्थापित की जा रही है. हर वर्ष सड़क किनारे ही दुर्गा पंडाल बनाया जाता रहा, जिसमें क्षेत्र के सभी वर्ग के लोग शामिल होते रहे. लेकिन बीते दो सालों से मुख्य मार्ग पर पंडाल बनाकर दुर्गा जी की स्थापना की जा रही है, यहां तक रास्ता तक बंद कर दिया गया है. जिससे यहां पर रहने वालों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. पिछले वर्ष एक व्यक्ति को तबियत बिगडऩे पर अस्पताल ले जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा, लोगों को पंडाल के नीचे से निकलने के लिए मजबूर होना पड़ा था. लोगों का यह भी कहना है कि जब पंडाल लगाया जा रहा था, उस वक्त भी विरोध किया लेकिन आयोजकों ने किसी की नहीं सुनी और रास्ता बंद कर दिया. लोगों का कहना था कि पुलिस से शिकायत की गई लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया, जिसके चलते नाराज लोगों ने आज थाना का घेराव कर धरना दिया है. खबर मिलते ही पुलिस अधिकारियों से लेकर राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीक भी पहुंच गई. उन्होने भी माना कि कहीं न कहीं गांधी व्यायाम शाला के रास्ते को बंद करने के बाद दुर्गा प्रतिमा को स्थापित करना सही नहीं है. राज्यसभा सांसद का कहना है कि कुछ साल पहले 51 फुट की दुर्गा प्रतिमा को रखी गई ािी. तब सभी लोगों ने धूमधाम से 9 दिन तक उत्साह के साथ दुर्गा नवमी कार्यक्रम किया था. लेकिन इस बार कुछ लोगों की मनमानी के चलते रांझी की फिजा बिगडऩे की कोशिश की जा रही है. मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यदि रास्ता बंद कर पंडाल लगाया जा रहा है तो गलत है, स्थानीय लोगों को परेशानी न हो इस बात का ध्यान रखा जाएगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-