जबलपुर. रेलवे में मान्यता चुनाव अब जोर पकड़ता जा रहा है. इसी क्रम में आज शनिवार 5 अक्टूबर को वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) ने नामांकन रैली निकाली. इस रैली में सैकड़ों की संख्या में रेल कर्मचारियों ने भाग लिया और यूनियन के चुनाव चिन्ह लेम्प पर वोट देने की अपील रेल कर्मचारियों से की. इस मौके पर यूनियन महामंत्री का. मुकेश गालव ने कहा कि यूनियन का एक-एक कामरेड हर वक्त, चौबीस घंटे रेल कर्मचारियों की समस्याओं के निदान के लिए तत्पर रहता है.
\प्लेटफार्म नंबर 1 के सामने से डबलूसीआरईयू महामंत्री का. मुकेश गालव के नेतृत्व में नामांकन रैली निकाली गई, जो इंदिरा मार्केट, रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 के सामने से होते हुए पमरे महाप्रबंधक कार्यालय पहुंची. जहां पर यूनियन पदाधिकारियों ने उपस्थित रेल कर्मचारियों को संबोधित किया. इस मौके पर यूनियन के तीनों रेल मंडलों जबलपुर, कोटा व भोपाल से आये पदाधिकारियों व कार्यकर्ता शामिल रहे. जिनमें यूनियन महामंत्री श्री गालव के अलावा कोषाध्यक्ष इरशाद खान, का. चम्पा वर्मा, यूनियन के जबलपुर मंंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला, मंडल सचिव रोमेश मिश्रा, पूर्व मंंडल सचिव नवीन लिटोरिया, का. नेमसिंह, प्रहलाद सिंह, सिंटू सिंह, जरनैल सिंह, मनीष यादव, सिंटू सिंह, जित्तू वर्मा आदि शामिल रहे.
डबलूसीआरईयू का एक ही एजेंडा, वह है कर्मचारियों की सेवा करना : गालव
इस मौके पर रेल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए यूनियन महामंत्री का. मुकेश गालव ने कहा कि यूनियन व उसके एक-एक कॉमरेड का मात्र एक ही एजेंडा है, वह है ईमानदारी से हर एक कर्मचारियों की छोटी और बड़ी हर समस्याओं का निराकरण पूरी शिद्दत के साथ करना. कर्मचारियों के बीच यूनियन कार्यकर्ता हर समय मौजूद रहते हैं. कर्मचारियों का यूनियन पर जो विश्वास है, उसका प्रमाण हाल ही में हुए सोसायटी चुनाव के परिणाम हैं, जिसमें कर्मचारियों ने यूनियन के सभी डेलीगेट्स को एकतरफा जीत दिलाकर लाल झंडे का मान ऊपर किया है. वहीं मान्यता के पूर्व में हुए चुनावों में भी यूनियन रेल कर्मचारियों का सर्वाधिक मत प्राप्त कर नंबर वन यूनियन का तमगा हासिल किया है. उन्होंने रेल कर्मचारियों का आव्हान किया कि वे मान्यता के चुनाव में लेम्प पर मोहर लगाकर अपना हाथ मजबूत करे, क्योंकि यूनियन की जीत हर एक कर्मचारी की जीत होगी.
4, 5 व 6 दिसम्बर को होगी वोटिंग
रेलवे ने पूरे देश में चार, पांच और छह दिसंबर को कराने की तारीख निर्धारित कर दी है. जिसकी तैयारी शुरू हो चुकी है और प्रचार-प्रसार भी जोर पकड़ता जा रहा है.
2013 में हुए थे चुनाव
रेलवे संगठनों की मान्यता से जुड़े चुनाव प्रत्येक पांच वर्ष बाद होते हैं. पहले चुनाव मई 2007 में हुए थे दूसरी बार वर्ष 2013 में चुनाव हुए. उक्त दोनों चुनाव में वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन WCREU में नंबर वन यूनियन बनी. तीसरी बार वर्ष 2019 में होने वाले चुनाव टाल दिए गए. पहले यह चुनाव लोकसभा चुनावों के कारण लंबित हो गए और फिर कोरोना की वजह से, हालांकि चुनावों को लेकर प्रत्येक वर्ष हलचल होती रही. लेकिन तारीख का निर्धारण नहीं हो पाया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-