किराये के मकान से किन्हें मिलेगा छुटकारा?

किराये के मकान से किन्हें मिलेगा छुटकारा?

प्रेषित समय :19:44:26 PM / Fri, Oct 18th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

किराये के मकान में रह रहे है या किसी के मकान में रह रहे है तो क्या किराये के मकान से छुटकारा मिलकर अपना मकान हो पायेगा, अपना मकान बनेगा या खरीदना जाएगा और कब तक या किराए पर ही रहने के योग है तो क्या उपाय करके अपने मकान बन जायेगा आदि??....

किराये के मकान से मुक्ति मिलने का मतकब है खुद का मकान बन जाना या खुद का मकान खरीद लेना.जब कुंडली का चौथा भाव, भाव स्वामी कमजोर या पाप ग्रहों के प्रभाव में होने से या अशुभ ग्रहयोगों के प्रभाव में होने से किराये के मकान में ही रहना पड़ता है, लेकिन चौथा भाव, चौथे भाव स्वामी और मकान सुख ग्रह मंगल बलवान है तब खुद का मकान बनेगा, मकान खरीदना जाएगा, कब तक मकान बन पाएगा या खरीदना जा सकता है यह चौथे भाव सम्बन्धी ग्रहो का समय आने पर मकान बन पाएगा या खरीद पाएंगे, शनि का या राहु केतु का अशुभ प्रभाव चौथे भाव पर है लेकिन मकान के योग है अपने तब मकान देर से बनेगा/खरीदना जाएगा, बाकी अशुभ योगो के कारण मकान बनाने या खरीदने में दिक्कतें आएगी जो कि उपाय करने से मकान का काम हो पायेगा.अब कुछ उदाहरणों से समझते है अगर किराये मकान में या किसी के मकान में रह रहे है तो अपने मकान बनने या खरीदने के योग है या नही और है तो कब तक है और मकान क्या खरीदना जाएगा बना बनाया या बनेगा नया आदि?

#उदाहरण_अनुसार_मेष_लग्न1:-मेष लग्न में चौथे भाव और चौथे भाव स्वामी चन्द्र है अब चौथे भाव और चौथे भाव स्वामी चन्द्रमा पर शनि की दृष्टि है तब किराये के मकान में रहेंगे पहले, लेकिन चन्द्रमा और चौथे भाव के साथ बलवान गुरु या शुक्र मंगल का यहाँ सम्बन्ध भी है तब अपना मकान कुछ देर से जब चंद्रमा या चंद्रमा/चौथे भाव से सम्बंधित दशा समय ग्रहो का आएगा तब मकान हो जाएगा.चौथा भाव ,भाव स्वामी चन्द्र ज्यादा बलवान और शुभ है तब मकान बनेगा नया जबकि कमजोर है ज्यादा बलवान नही है तब पुराना मकान खरीदा जाएगा तब ही मकान हो पायेगा..

#उदाहरण_अनुसार_कर्क_लग्न2:-कर्क लग्न में यहाँ चौथे भाव स्वामी शुक्र है अब शुक्र और चौथा भाव यहाँ अशुभ योग बनाकर बैठा है, या 6,8,12 भाव मे जाकर राहु केतु या शनि से पीड़ित है तब किराये मकान में ही रहना पड़ेगा जीवन मे, जबकि चौथे भाव स्वामी शुक्र, चौथा भाव से बलवान कर्क लग्न के यहाँ शुभ ग्रहों मंगल गुरु जैसे ग्रहो का सम्बन्ध भी है तब अपना मकान बन जायेगा, शुक्र और चौथा भाव दोनो शनि राहु के प्रभाव में है तब मकान ख़रीदा जायेगा,और शनि राहु दोनो का प्रभाव नही है अशुभ योगो का ज्यादा असर नही है तब नया मकान बनेगा..

#उदाहरण_अनुसार_मकर_लग्न3:-मकर लग्न में चौथे भाव स्वामी जो कि मकान सुख ग्रह भी है मंगल है अब मंगल और चौथा भाव यहाँ कुंडली मे 1,4,5,7,9,10,11 भाव मे बलवान होकर बैठा है और शुक्र बुध या अच्छे योग राजयोग बनाकर बैठा है तब किराये के मकान स मुक्ति मिलकर अपना मकान हो जाएगा.मंगल और चौथा भाव ज्यादा शनि रह केतु के अशुभ प्रभाव से पीड़ित नही है, अशुभ योगो में नही है तब मकान बनेगा यहाँ जबकि शनि राहु केतु के साथ है मकान योग बनाकर तब मकान खरीदा जाएगा तब हो पायेगा..

#चौथा_भाव, भाव स्वामी और मकान सुख ग्रह मंगल अच्छी स्थिति में नही है,कमजोर है ,अन्य ग्रहो का सहयोग इन्हें नही मिल रहाहै तब मकान नही हो पायेगा बाकी मकान योग है दूषित है तब उपाय कर लेने से मकान बनने में हो रही बाधा खत्म होकर मकान हो जाएगा.

Astrologer Rohit Gupta  

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-