- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8875863494)
* कालाष्टमी - 24 अक्टूबर 2024
* कृष्ण अष्टमी प्रारम्भ- 01:18, 24 अक्टूबर 2024
* कृष्ण अष्टमी समाप्त- 01:58, 25 अक्टूबर 2024
* जिस दिन भगवान शिव भैरव के रूप में प्रकट हुए थे, उसे कालभैरव जयन्ती कहा जाता है. कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दौरान इसे मनाया जाता है. इसलिए हर कृष्ण पक्ष की अष्टमी, कालाष्टमी कहलाती है.
* इस दिन काल भैरव का दर्शन-पूजन सर्व मनोकामना पूर्ण करता है. इस दिन प्रातः पवित्र नदी-सरोवर में स्नान के बाद पितरों का श्राद्ध-तर्पण करके भैरव पूजा-व्रत करने से तमाम विघ्न समाप्त हो जाते हैं, दीर्घायु प्राप्त होती है.
* देवी भक्त कालाष्टमी के दिन काल भैरव के साथ-साथ देवी कालिका की पूजा-अर्चना-व्रत भी करते हैं. भैरव पूजा-आराधना करने से परिवार में सुख-समृद्धि के साथ-साथ स्वास्थ्य रक्षा और अकाल मौत से सुरक्षा भी होती है.
* कालभैरव अष्टमी पर भैरव के दर्शन-पूजन मात्र से अशुभ कर्मों से मुक्ति मिलती है, क्रूर ग्रहों के कुप्रभाव से छुटकारा मिलता है.
* भोलेनाथ के भैरव स्वरूप की पूजा, उपासना करने वाले शिवभक्तों को भैरवनाथ की पूजा करके अर्घ्य देना चाहिए.
* रात्रि जागरण करके शिव-पार्वती की कथा और भजन-कीर्तन करना चाहिए. भैरव कथा का श्रवण और आरती करनी चाहिए.
* भगवान भैरवनाथ की प्रसन्नता के लिए उनके वाहन श्वान- कुत्ते को भोजन कराना चाहिए.
* इस दिन प्रातः पवित्र नदी-सरोवर में स्नान करके पितरों का श्राद्ध-तर्पण करके भैरव-पूजा-व्रत करने से सारे विघ्न समाप्त हो जाते हैं.
* अकाल मृत्यु से रक्षा होकर दीर्घायु प्राप्त होती है.
॥ श्री भैरव आरती ॥
सुनो जी भैरव लाड़िले,कर जोड़ कर विनती करूँ.
कृपा तुम्हारी चाहिए,मैं ध्यान तुम्हारा ही धरूँ.
मैं चरण छुता आपके,अर्जी मेरी सुन लीजिये॥
सुनो जी भैरव लाड़िले॥
मैं हूँ मति का मन्द,मेरी कुछ मदद तो कीजिये.
महिमा तुम्हारी बहुत,कुछ थोड़ी सी मैं वर्णन करूँ॥
सुनो जी भैरव लाड़िले॥
करते सवारी स्वान की,चारों दिशा में राज्य है.
जितने भूत और प्रेत,सबके आप ही सरताज हैं॥
सुनो जी भैरव लाड़िले॥
हथियार हैं जो आपके,उसका क्या वर्णन करूँ.
माता जी के सामने तुम,नृत्य भी करते सदा॥
सुनो जी भैरव लाड़िले॥
गा गा के गुण अनुवाद से,उनको रिझाते हो सदा.
एक सांकली है आपकी,तारीफ उसकी क्या करूँ॥
सुनो जी भैरव लाड़िले॥
बहुत सी महिमा तुम्हारी,मेंहदीपुर सरनाम है.
आते जगत के यात्री,बजरंग का स्थान है॥
सुनो जी भैरव लाड़िले॥
श्री प्रेतराज सरकार के,मैं शीश चरणों में धरूँ.
निशदिन तुम्हारे खेल से,माताजी खुश रहें॥
सुनो जी भैरव लाड़िले॥
सिर पर तुम्हारे हाथ रख कर,आशीर्वाद देती रहें.
कर जोड़ कर विनती करूँ,अरु शीश चरणों में धरूँ॥
सुनो जी भैरव लाड़िले॥
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 23 अक्टूबर 2024
* मासिक कृष्ण जन्माष्टमी.... 24 अक्टूबर 2024
* मासिक कृष्ण जन्मोत्सव- 23:51 से 00:42, 25 अक्टूबर 2024
* कृष्ण अष्टमी प्रारम्भ- 01:18, 24 अक्टूबर 2024
* कृष्ण अष्टमी समाप्त- 01:58, 25 अक्टूबर 2024
* शक संवत 1946, विक्रम संवत 2081
* अमांत महीना आश्विन, पूर्णिमांत महीना कार्तिक
* वार बुधवार, पक्ष कृष्ण, तिथि सप्तमी - 01:18, (24 अक्टूबर 2024) तक, नक्षत्र पुनर्वसु - 06:15, (24 अक्टूबर 2024) तक, योग शिव - 06:59 तक, क्षय योग सिद्ध - 05:52, (24 अक्टूबर 2024) तक, करण विष्टि - 13:17 तक, द्वितीय करण बव - 01:18, (24 अक्टूबर 2024) तक
* सूर्य राशि तुला, चन्द्र राशि मिथुन - 00:02, (24 अक्टूबर 2024) तक
* राहुकाल 12:16 से 13:42
* अभिजीत मुहूर्त - नहीं
बुधवार चौघड़िया- 23 अक्टूबर 2024
* दिन का चौघड़िया
लाभ - 06:33 से 07:59
अमृत - 07:59 से 09:25
काल - 09:25 से 10:51
शुभ - 10:51 से 12:16
रोग - 12:16 से 13:42
उद्वेग - 13:42 से 15:08
चर - 15:08 से 16:34
लाभ - 16:34 से 17:59
* रात्रि का चौघड़िया
उद्वेग - 17:59 से 19:34
शुभ - 19:34 से 21:08
अमृत - 21:08 से 22:42
चर - 22:42 से 00:17
रोग - 00:17 से 01:51
काल - 01:51 से 03:25
लाभ - 03:25 से 04:59
उद्वेग - 04:59 से 06:34
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- आज आपका दिन मिश्र फलदायी रहेगा. ऑफिस या व्यवसाय क्षेत्र में अधिकारियों के साथ भी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी. सरकारी लाभ मिलने की संभावना है. ऑफिस से संबंधित कार्य के लिए यात्रा करनी पडे़गी. कार्यभार बढ़ सकता है. माता से लाभ होने की संभावना है.
वृष राशि:- आज नए कार्य प्रारंभ होंगे. किसी धार्मिक स्थल की यात्रा से आपका मन भक्तिमय हो जाएगा. लंबे प्रवास का योग है. दूर स्थित स्नेहीजनों या मित्रों के शुभ समाचार मिलेंगे. परेदश जाने की संभावनाएं बनेगी. व्यापार में आर्थिक लाभ हो सकता है.
मिथुन राशि:- आज नकारात्मक विचारों से दूर रहने की दे रहे हैं. नए कार्य का प्रारंभ न करें. क्रोध पर संयम में नहीं रखेंगे तो अनिष्ट होने की संभावना है. खर्च अधिक होने से धन के संकट का अनुभव होगा. आध्यात्मिकता और ईश्वर की प्रार्थना से राहत मिलेगी.
कर्क राशि:- आज वैभवी जीवनशैली तथा मनोरंजक प्रवृत्तियों से आज आप आनंदित रहेंगे. व्यावसाय में आपको लाभ होगा. आरोग्य अच्छा रहेगा. मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. यात्रा या प्रवास का आयोजन कर सकेंगे.
सिंह राशि:- आपका आज का दिन मध्यम फलदायी होगा. पारिवारिक सदस्यों के साथ वाणी में संयम बरतें. रोज के कामों में रुकावट आ सकता है. अधिक परिश्रम के बाद भी प्राप्ति कम होने से हताशा का अनुभव हो सकता है. माता की चिंता बनी रहेगी.
कन्या राशि:- आज आपको कलह और चर्चा से दूर रहे . आकस्मिक खर्च की संभावना है. विद्यार्थियों को पढाई में बाधाएं आएंगी. प्रियजन से हुई मुलाकात से मन आनंदित होगा. शेयर-सट्टे में निवेश करने में सावधानी बरतें.
तुला राशि:- आज आपके लिए समय शुभ है . मन में संवेदनशीलता की मात्रा अधिक रहेगी. शारीरिक स्फूर्ति का अभाव रहेगा. मानसिक व्यग्रता भी रहेगी. धन और कीर्ति की हानि होगी. रिस्तेदारों से विवाद के कारण मन को चोट पहुंच सकता है.
वृश्चिक राशि:- आज पूरे दिन आप प्रसन्न रहेंगे. किसी नए कार्य का प्रारंभ कर पाएंगे. सभी कामों में आज आपको सफलता मिलेगी. आर्थिक लाभ एवं भाग्यवृद्धि के योग हैं. भाई-बहनों से लाभ होगा. प्रतिस्पर्धियों के समक्ष विजय मिलेगी.
धनु राशि:- आज आप का दिन फलदायी हैं. असमंजस के कारण निर्णय लेना कठिन होगा. मन में बेचैनी रहेगी. कार्य में अपेक्षित सफलता न मिलने से निराशा होगी. कार्यभार भी बढ़ सकता है. निरर्थक खर्च होगा.
मकर राशि:- आज आप का प्रत्येक कार्य सरलता से पूर्ण होगा. कार्यालय में तथा व्यावसायिक स्थल पर आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. पदोन्नति के योग हैं. शारीरिक हानि के योग होने से संभल कर रहें तथा गिरने से बचें.
कुम्भ राशि:- आज स्वास्थ्य के प्रति जागरुक रहने की सलाह देते हैं. कोर्ट-कचहरी की झंझट में न पड़ें. पूंजी निवेश में ध्यान रखें. क्रोध पर संयम रखें. धन के खर्च का योग है. परिवारजनों के साथ विवाद होने की संभावना है.
मीन राशि:- आज आप पारिवारिक तथा सामाजिक बातों में विशेष लिप्त रहेंगे. मित्रों से भेंट होगी और उनके पीछे खर्च करना पडे़गा. प्रत्येक क्षेत्र में आपको लाभ होगा. जीवनसाथी के इच्छुकों को अच्छा जीवनसाथी मिलने का योग है.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.