मुम्बई. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम व भाजपा सांसद नारायण राणे के बेटे नीलेश राणे महत्वपूर्ण राज्य विधानसभा चुनाव 2024 से पहले एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो गए. यह घटनाक्रम उस वक्त सामने आया है जब राणे के पिता ने चुनावों से पहले अपने बेटे को शिंदे की शिवसेना में शामिल कराने के लिए अथक प्रयास किए थे. उन्होंने नीलेश के लिए टिकट पर चर्चा करने के लिए शिंदे से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की. सूत्रों ने बताया कि उन्होंने सीएम से अपने बेटे को कुडाल विधानसभा क्षेत्र से टिकट देने का आग्रह किया है.
नारायण राणे ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को भी फोन किया. कुडाल विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व वर्तमान में शिवसेना (यूबीटी) विधायक वैभव नाइक करते हैं. नारायण जिन्होंने 2019 में अपनी पार्टी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष का भाजपा में विलय कर दिया था. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपने बेटे के लिए टिकट सुनिश्चित करने के प्रयास कर रहे हैं. उनके प्रयास सफल हुए क्योंकि उनके बेटे को सत्तारूढ़ शिवसेना में प्रवेश मिल गया.
2019 में अविभाजित शिवसेना ने सिंधुदुर्ग जिले से कुडल व सावंतवाड़ी में जीत हासिल की, जबकि राणे के छोटे बेटे नितेश राणे ने भाजपा उम्मीदवार के रूप में कंकावली से जीत हासिल की. 2022 में शिवसेना के विभाजन के बाद जब शिंदे बहुमत वाले विधायकों के साथ उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी से बाहर चले गएए तो सावंतवाड़ी के विधायक दीपक केसरकर ने उनका साथ दिया. हालांकि कुडल के विधायक वैभव नाइक ठाकरे के साथ ही रहे. इसलिए जबकि शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के पास सावंतवाड़ी में एक मौजूदा विधायक है. उसके पास कुडल में उम्मीदवार बनने के लिए कोई मौजूदा विधायक नहीं है.
नितेश जिनका नाम जारी भाजपा के उम्मीदवारों की पहली सूची में था, फिर से कंकावली सीट से चुनाव लड़ेंगे. नीलेश ने कहाए जब हम गठबंधन में होते हैं तो हमें गठबंधन के प्रोटोकॉल, फॉर्मूले के अनुसार काम करना होता है. यह कुछ ऐसा है जो हमारे नेताओं ने तय किया है. भाजपा के साथ मेरे संबंध वैसे ही रहेंगे. हमारा लक्ष्य है कि हमें चुनाव जीतना है. मैंने हमेशा प्रोटोकॉल और अनुशासन का पालन किया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-