पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में आईटीसी की निर्माणाधीन होटल वेलकम में हुए ब्लास्ट की जांच पूरी हो गई है. जिसमें चौकाने वाले तथ्य सामने आए है, यहां पर हुए हादसे के लिए दो कर्मचारियों की लापरवाही को ही जिम्मेदार समझा जा रहा है. इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई थी, वहीं सात लोग बुरी तरह झुलस गए थे.
पांच अक्टूबर को हुए हादसे के लिए कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा गठित की गई टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर को सौंपी है. गैस की जानकारी रखने वाले एक्सपर्ट को भी होटल में हुए ब्लास्ट की जांच में रखा था. टीम ने जांच में पाया कि होटल में फायर के लिए लगाई गई पाइप लाइन और गैस से संबंधित जो भी काम हो रहे थे वो दिल्ली की साकार इंडिया लिमिटेड कंपनी करा रही थी.
जिसके लिए 2 व्यक्ति नित्यानंद और एक अन्य को दिल्ली से जबलपुर होटल वेलकम भेजा था. जिसमें नित्यानंद दसवीं पास था, जब वह पाइप लाइन चेक कर रहा था इस दौरान होटल के आईटीआई होल्डर कर्मचारी अनिल ने लाइटर जलाया जिसके चलते यह ब्लास्ट हुआ है. लेकिन यहां पहुंचने से पहले उनकी गैस से संबंधित ट्रेनिंग होनी थी जो नहीं हुई. जांच में प्रथम दृष्ट्या दिल्ली से आए कर्मचारी नित्यानंद और होटल के कर्मचारी अनिल की लापरवाही सामने आई है. इनके खिलाफ धारा 106, 287 बीएनएस के तहत एफआईआर दर्ज की है.
होटल संचालक राजेश जैन से भी होटल से संबंधित दस्तावेज मांगे गए हैं. जिस जमीन पर होटल बनी है उसे लेकर बिल्डिंग को किस बिल्डर ने बनाया. होटल बनाते समय सुरक्षा के क्या इंतजाम किए गए थे. कुछ दस्तावेज होटल संचालक ने दे दिए हैं. अपर कलेक्टर का कहना है कि साकार इंडिया लिमिटेड के संचालक को भी दिल्ली से जबलपुर बुलाया गया है.
गौरतलब है कि हादसे में नासिक महाराष्ट्र निवासी जागृति उम्र 22 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि अभिषेक सिंह, श्याम सिंह, भूपेंद्र कुमार, अनिलए सोहन, पुनीत व नित्यानंद गुप्ता गंभीर रूप से झुलस गए थे. घटना के बाद मुख्यमंत्री डॉण् मोहन यादव ने मृतक महिला के परिजनों को 4 लाख व घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि की घोषणा की थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-