पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल में आज उस वक्त अफरातफरी मच गई. जब कटनी जेल का एक विचाराधीन बंदी छोटू भूमिया भाग निकला. बंदी छोटू को डेंगू की शिकायत होने पर कटनी से जबलपुर मेडिकल कालेज रेफर किया गया था. इस मामले में कटनी एसपी ने ड्यूटी में लापरवाही करने पर चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार दहेज हत्या के मामले में छोटू भूमिया उर्फ संतू उम्र 21 वर्षं को पुलिस ने 2022 में गिरफ्तार किया था. इसके बाद से वह कटनी जेल में बंद था. 25 अक्टूबर को डेंगू होने पर कटनी जिला अस्पताल में भरती कराया गया. जहां पर हालत को देखते हुए डाक्टरों ने जबलपुर मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया. आज हवालाती बंदी संतु की सुरक्षा में तैनात रक्षित केंद्र कटनी के आरक्षक अमित सिंह उसे टॉयलेट के लिए ले गया. छोटू ने अंदर से टॉयलेट का गेट लगाया और बाजू वाले इमरजेंसी गेट से भाग निकला. काफी देर तक छोटू बाहर नहीं आया तो सुरक्षा कर्मियों ने दरवाजा खटखटाया अंदर से कोई आवाज न आई. जिसपर पुलिस कर्मी समझ गए कि छोटू भाग निकला है.
इसके बाद पुलिस कर्मियों ने मेडिकल अस्पताल परिसर सहित आसपास तलाश की लेकिन कोई जानकारी न मिलने पर गढ़ा थाना को सूचना दी. इसके बाद गढ़ा पुलिस ने भी फरार बंदी छोटू भूमिया की तलाश शुरु कर दी है. इस मामले को लेकर कटनी एसपी ने पुलिस लाइन में पदस्थ प्रधान आरक्षक दिनेश रजक, आरक्षक अमित सिंह, आरक्षक जयंत कोरी व आरक्षक राजेश कोरी को सस्पेंड कर दिया गया है.
संतु कटनी जिले के थाना स्लीमनाबाद के राखी गांव का रहने वाला है. इधर कटनी जेल प्रबंधन का कहना है कि 2022 में नवविवाहिता की हत्या के मामले में संतू को स्लीमनाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था. मामला कोर्ट में चल रहा है. विचाराधीन बंदी संतू का जेल में व्यवहार ठीक था. कुछ दिन पहले भी उसकी तबीयत बिगड़ी थी. जेल में इलाज के दौरान ठीक भी हो गया था. लेकिन उसे बुखार आ रहा था. 22 तारीख तो तबियत बिगडऩे पर टेस्ट करवाया. रिपॉर्ट में डेंगू पॉजिटिव आने पर उसे भर्ती कराया गया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-