पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में एसपी सम्पत उपाध्याय का एक आदेश इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. एसपी अपने आदेश में लिखा है कि दीपावली से लेकर ग्यारस तक जुआ खेलने की शिकायत पर रेड से पहले पता कर लिया जाए कि आसपास कोई तालाब, नदी, नहर या फिर कुआं तो नहीं है. जुआ खेल रहे लोगों को पुलिस की मौजूदगी का एहसास कराया जाए ताकि वे खुद भाग जाएं. हालाकि बाद में यह माना गया है कि ड्राफ्टिंग में गलती हुई है, इसके बाद तत्काल ही दूसरा आदेश जारी किया गया.
एसपी श्री उपाध्याय ने सभी थाना प्रभारियों को बकायदा निर्देश जारी किए. आदेश में लिखा पहली, दूसरी व तीसरी मंजिल पर यदि जुआ चल रहा है तो वहां भी कार्रवाई न की जाए. पुलिस की उपस्थिति का वहां भी एहसास कराया जाए ताकि वे खुद भाग जाएं. हालांकि रेड की कार्यवाही के दौरान जुआरियों के भागने के बीच होने वाली घटनाओं को देखते हुए ये आदेश जारी किया गया था. एसपी के आदेश पर अब राजनीति भी शुरु हो गई है. एमपी कांग्रेस ने इसे सरकार का दीवाली ऑफर बताया वहीं भाजपा ने कांग्रेस नेताओं को अपने गिरेबान में झांकने की सलाह दे डाली. 29 अक्टूबर को जारी आदेश पर विवाद बढ़ा हुआ तो ड्राफ्टिंग की गलती बताते हुए 30 अक्टूबर को आदेश वापस ले लिया.
इस मामले के तूल पकडऩे के बाद कांग्रेस द्वारा खड़े किए सवाल पर एसपी ने एक्स पर लिखा कि पुलिस कार्यवाही के दौरान दुर्घटनाएं रोकने के उद्देश्य से जारी आदेश की ड्राफ्टिंग त्रुटि सुधार करते हुए संशोधित आदेश जारी किए गए है. एसपी संपत उपाध्याय ने कहा कि रेड के दौरान कई बार ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जिनमें लोगों की जान चली गई. कार्यवाही से ज्यादा लोगों की जान कीमती है. इसकी परवाह करते हुए यह आदेश जारी किया. जबलपुर पुलिस अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के लिए संकल्पित है. अवैध कारोबार, अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए जबलपुर पुलिस द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-