पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित ग्राम पटरा उमरिा में संतोष दुबे की हत्या के विरोध में आज ग्रामीणों ने शव रखकर थाना का घेराव कर दिया. खबर मिलते ही पनागर विधायक सुशील तिवारी इंदू भी थाना पहुंच गए. शव रखकर प्रदर्शन करने की खबर मिलते ही एसपी संपत उपाध्याय ने दो सब इंस्पेक्टरों को तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया. विधायक श्री तिवारी द्वारा समझाइश देने के बाद ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए.
बताया गया है कि ग्राम पटरा उमरिया में रहने वाले संतोष दुबे उम्र 30 वर्ष किसी काम से गांव से पनागर जाने के लिए निकले. इस दौरान उमरिया गांव में रहने वाला सौरभ पटेल का धक्का लग गया. इसी बात पर दोनों के बीच विवाद हो गया. विवाद बढ़ते ही सौरभ के दो दोस्त अमन यादव व रोहित पांडे आ गए. तीनों ने मारपीट शुरु कर दी तभी सौरभ ने संतोष पर चाकू से हमला कर दिया. हमले में घायल संतोष को ग्रामीणों ने देखा तो परिजनों को खबर दी. मौके पर पहुंचे परिजनों ने संतोष को थाना पनागर पहुंचाया. जहां पर दो घंटे तक पुलिस ने थाना में बिठाए रखा. इसके बाद रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद पनागर स्वास्थ्य केन्द्र ले गए. वहां पर भी यह कहकर वापस थाना भेज दिया कि यह पुलिस का मामला है.
परिजन इस तरह करीब 4 घंटे तक घायल संतोष को भटकते रहे. इसके बाद पुलिस ने संतोष को जिला अस्पताल पहुंचाया. जहां पर चार दिन तक इलाज के बाद संतोष की उपचार के दौरान मौत हो गई. युवक की मौत से आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने थाना में शव रखकर घेराव कर दोषी पुलिस कर्मियों व डाक्टरों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते रहे. परिजनों का कहना था कि जब तक दोनों एसआई पर कार्यवाही नहीं की जाएगी वे अंतिम संस्कार करेगें. शव रखकर थाना का घेराव करने की खबर मिलते ही विधायक सुशील तिवारी इंदू भी पहुंच गए. वहीं एसपी संपत उपाध्याय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दो सब इंस्पेक्टर संतोष ठाकुर व मयंक यादव को लाइन अटैच करने के आदेश जारी कर दिए. विधायक की समझाइश के बाद ग्रामीणों ने घेराव समाप्त कर शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-