धारा 370 को लेकर जम्मू-काश्मीर विधानसभा में विधायकों के बीच टकराव, एक दूसरे के साथ मारपीट, धक्कामुक्की

धारा 370 को लेकर जम्मू-काश्मीर विधानसभा में विधायकों के बीच टकराव, एक दूसरे के साथ मारपीट, धक्कामुक्की

प्रेषित समय :16:11:31 PM / Thu, Nov 7th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज उस समय भारी हंगामा हो गया. जब भाजपा सदस्यों ने पूर्ववर्ती राज्य को विशेष दर्जा देने संबंधी प्रस्ताव पारित किए जाने का विरोध किया. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा सदस्यों ने पारित किए गए प्रस्ताव को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. यहां तक कि विधायकों ने एक दूसरे के साथ मारपीट व धक्कामुक्की शुरु कर दी.

भाजपा विधायक व विपक्ष के नेता सुनील शर्मा जब प्रस्ताव पर बोल रहे थे तो अवामी इत्तेहाद पार्टी के नेता व विधायक लंगेट शेख खुर्शीद एक बैनर दिखाते हुए आसन के समक्ष आ गए. जिस पर लिखा था कि अनुच्छेद 370 व 35 ए को बहाल किया जाए. इस पर भाजपा सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की. वे भी आसन के समक्ष आ गए तथा बैनर छीनकर उसे फाड़ दिया. हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी.

हालांकि सदन स्थगित होने के बाद भी भाजपा सदस्यों ने अपना विरोध जारी रखा. सदन की कार्यवाही शुरू होने पर हंगामा जारी रहा और विधायकों के बीच धक्का मुक्की व हाथापाई होने लगी. इस दौरान भाजपा विधायक भारत माता की जय के नारे लगाते हुए देखे गये. आखिरकार अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी. गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने प्रस्ताव पेश किया जिसमें कहा गया था.

यह विधानसभा जम्मू कश्मीर के लोगों की पहचान, संस्कृति व अधिकारों की रक्षा करने वाले विशेष दर्जे व संवैधानिक गारंटी के महत्व की पुष्टि करती है. उन्हें एक तरफा तरीके से हटाने पर चिंता व्यक्त करती है. प्रस्ताव में कहा गया है कि जम्मू कश्मीर विधानसभा भारत सरकार से विशेष दर्जा और संवैधानिक गारंटी की बहाली के लिए जम्मू कश्मीर के लोगों के निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ बातचीत शुरू करने और इन प्रावधानों को बहाल करने के वास्ते संवैधानिक तंत्र तैयार करने का आह्वान करती है.

प्रस्ताव में कहा गया यह सदन इस बात पर जोर देता है कि बहाली की किसी भी प्रक्रिया में राष्ट्रीय एकता व जम्मू कश्मीर के लोगों की वैध आकांक्षाओं की रक्षा होनी चाहिए. विधानसभा स्थगित होने के बाद सांसद इंजीनियर रशीद के भाई व विधायक शेख खुर्शीद ने कहा कि हम अनुच्छेद 370 पर एक प्रस्ताव लाना चाहते थे लेकिन हमें मौका नहीं दिया गया. तो हमारे पास और क्या विकल्प था. उन्होंने कहा कि भले ही वे हम पर हमला करना जारी रखें हम अपनी आवाज उठाते रहेंगे. वहीं भाजपा का इस मुद्दे पर कहना है कि कांग्रेस व नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों व अलगाववादियों के एजेंडे को दोबारा जिंदा करने की साजिश की है. लेकिन इसे सफल नहीं होने देगे.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-