COP29 जलवायु सम्मेलन में ब्राजील के उपराष्ट्रपति जेराल्डो अल्कमिन ने देश की नई जलवायु योजना की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य 2035 तक कार्बन उत्सर्जन में 59% से 67% तक की कमी करना है. 44 पन्नों का यह दस्तावेज़ विस्तार से बताता है कि ब्राजील किस प्रकार इन लक्ष्यों को हासिल करने की योजना बना रहा है और वैश्विक जलवायु प्रयासों में अपनी भूमिका को सुदृढ़ कर रहा है.
ब्राजील के नए जलवायु लक्ष्यों की मुख्य बातें
ब्राजील के नए राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (NDC) दस्तावेज में उल्लेख किया गया है कि देश वनों की कटाई को समाप्त करने, देशी जंगलों को पुनर्स्थापित करने और जीवाश्म ईंधनों से हटकर नवीकरणीय ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करेगा. इस योजना का लक्ष्य नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को तीन गुना बढ़ाना और ऊर्जा दक्षता को दोगुना करना है. हालांकि, कुछ विशेषज्ञ इसे और भी अधिक महत्वाकांक्षी बनाने की जरूरत पर जोर दे रहे हैं.
अंतर-सरकारी जलवायु परिवर्तन पैनल (IPCC) ने 2035 तक न्यूनतम 60% उत्सर्जन कटौती की सिफारिश की है, जबकि ब्राजील का लक्ष्य 850 मिलियन मीट्रिक टन CO2 समकक्ष (MtCO2e) है, जो IPCC की 684 MtCO2e की सिफारिश से थोड़ा अधिक है.
पर्यावरण विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
पर्यावरण संगठनों से मिली प्रतिक्रिया मिश्रित रही है. ब्राजील के प्रमुख जलवायु समूह Observatório do Clima ने वनों की कटाई को रोकने के वादे की सराहना की है. हालाँकि, इस समूह के मार्कियो ऐस्ट्रिनी ने कहा कि वैश्विक जलवायु प्रयासों में नेतृत्व करने के लिए ब्राजील को और अधिक साहस और महत्वाकांक्षा की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, "ब्राजील अगले जलवायु सम्मेलन की मेजबानी करेगा और उसे उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए."
इंस्टिट्यूट फॉर एनर्जी एंड एनवायरनमेंट (IEMA) के रिकार्डो बैटेलो ने भी जोर देकर कहा कि ब्राजील को तेल और गैस उत्पादन कम करने के लिए स्पष्ट समयसीमा तय करनी चाहिए. उन्होंने सौर और पवन ऊर्जा जैसे नवीकरणीय स्रोतों को बढ़ावा देने की जरूरत पर भी बल दिया, जो पर्यावरण के अनुकूल और किफायती हैं.
क्या ब्राजील नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है?
ब्राजील की जलवायु योजना में जीवाश्म ईंधनों से हटने और शून्य वनों की कटाई का लक्ष्य स्पष्ट रूप से दिखता है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इस दस्तावेज़ में विशिष्ट समयसीमा और स्पष्ट लक्ष्यों का अभाव है, जो इसकी प्रभावशीलता को सीमित कर सकते हैं. स्वतंत्र थिंक टैंक Talanoa Institute ने कहा कि अन्य देशों के साथ उत्सर्जन में कटौती का व्यापार करना एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इसके क्रियान्वयन पर नजर रखनी होगी.
ऑयल चेंज इंटरनेशनल के शैडी खलील ने सुझाव दिया कि ब्राजील को नए जीवाश्म ईंधन प्रोजेक्ट्स पर रोक लगानी चाहिए, खासकर COP30 की मेजबानी के मद्देनज़र. उन्होंने कहा, "दुनिया की नजरें ब्राजील पर हैं, और उसे अपने साहसी जलवायु लक्ष्यों के माध्यम से दूसरों को प्रेरित करने का मौका है."
ब्राजील का आगे का रास्ता
COP30 की मेजबानी कर रहा ब्राजील, वैश्विक जलवायु कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत कर सकता है. पर्यवेक्षक मानते हैं कि ब्राजील को उदाहरण प्रस्तुत करने का अवसर है, जो आर्थिक विकास और पर्यावरणीय जिम्मेदारी को संतुलित कर स्थायी भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर सकता है.
COP29 जलवायु सम्मेलन में ब्राजील की नई जलवायु योजना का ऐलान
COP29 जलवायु सम्मेलन में ब्राजील के उपराष्ट्रपति जेराल्डो अल्कमिन ने देश की नई जलवायु योजना की घोषणा की. इस योजना का उद्देश्य 2035 तक कार्बन उत्सर्जन में 59% से 67% तक कटौती करना है. 44 पन्नों का यह दस्तावेज़ विस्तार से बताता है कि ब्राजील अपने जलवायु लक्ष्यों को कैसे हासिल करेगा और वैश्विक जलवायु प्रयासों में अपनी भूमिका को कैसे मजबूत करेगा.
ब्राजील के नए जलवायु लक्ष्यों की मुख्य बातें
ब्राजील के नए राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (NDC) दस्तावेज में कहा गया है कि देश वनों की कटाई को समाप्त करने, देशी जंगलों को पुनर्स्थापित करने और जीवाश्म ईंधन से हटकर नवीकरणीय ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करेगा. इस योजना में नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता को तीन गुना बढ़ाने और ऊर्जा दक्षता को दोगुना करने का लक्ष्य है. हालांकि, कुछ विशेषज्ञ इसे और अधिक महत्वाकांक्षी बनाने की जरूरत पर बल दे रहे हैं.
अंतर-सरकारी जलवायु परिवर्तन पैनल (IPCC) ने 2035 तक न्यूनतम 60% उत्सर्जन कटौती की सिफारिश की है, जबकि ब्राजील का लक्ष्य 850 मिलियन मीट्रिक टन CO2 समकक्ष (MtCO2e) है, जो कि IPCC की सिफारिश 684 MtCO2e से थोड़ा अधिक है.
पर्यावरण विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
पर्यावरण संगठनों ने इस योजना पर मिश्रित प्रतिक्रिया दी है. ब्राजील के प्रमुख जलवायु समूह Observatório do Clima ने वनों की कटाई को रोकने और अनुकूलन उपायों की सराहना की. हालांकि, इस समूह के मार्कियो ऐस्ट्रिनी ने कहा कि वैश्विक जलवायु प्रयासों में नेतृत्व करने के लिए ब्राजील को अधिक साहस और महत्वाकांक्षा दिखानी चाहिए. उन्होंने कहा, "ब्राजील अगले जलवायु सम्मेलन की मेजबानी करेगा और उसे एक उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए."
इंस्टिट्यूट फॉर एनर्जी एंड एनवायरनमेंट (IEMA) के रिकार्डो बैटेलो ने भी इस बात पर जोर दिया कि ब्राजील को तेल और गैस उत्पादन में कमी के लिए एक स्पष्ट समयसीमा तय करनी चाहिए. उन्होंने सौर और पवन ऊर्जा जैसे नवीकरणीय स्रोतों को बढ़ावा देने की जरूरत पर बल दिया, जो पर्यावरण के अनुकूल और सस्ते हैं.
क्या ब्राजील नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है?
ब्राजील की जलवायु योजना में जीवाश्म ईंधनों से हटने और शून्य वनों की कटाई का लक्ष्य शामिल है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इसमें समयसीमा और स्पष्ट लक्ष्य का अभाव है, जो इसकी प्रभावशीलता को सीमित कर सकता है. स्वतंत्र थिंक टैंक Talanoa Institute ने कहा कि अन्य देशों के साथ उत्सर्जन में कटौती का व्यापार करना एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इसके क्रियान्वयन पर नजर रखनी होगी.
ऑयल चेंज इंटरनेशनल के शैडी खलील ने सुझाव दिया कि ब्राजील को नए जीवाश्म ईंधन प्रोजेक्ट्स पर पूरी तरह से रोक लगानी चाहिए, खासकर अगले साल COP30 की मेजबानी के मद्देनजर. उन्होंने कहा, "दुनिया की नजरें ब्राजील पर हैं, और उसके पास अपने साहसी जलवायु लक्ष्यों के जरिए दूसरों को प्रेरित करने का मौका है."
ब्राजील का आगे का रास्ता
COP30 की मेजबानी के लिए तैयार हो रहे ब्राजील से यह उम्मीद की जा रही है कि वह अपने जलवायु लक्ष्यों को मजबूत करेगा और वैश्विक स्तर पर नवीकरणीय ऊर्जा की ओर बढ़ने का समर्थन करेगा. पर्यवेक्षकों का मानना है कि ब्राजील के पास उदाहरण प्रस्तुत करने का अवसर है, जो एक स्थायी भविष्य के लिए आर्थिक विकास और पर्यावरणीय जिम्मेदारी का आदर्श संतुलन बना सकता है.