पलपल संवाददाता, भोपाल. एमपी की राजधानी भोपाल स्थित टीटी नगर थाना पहुंची नकली एडिशनल एसपी ने हेड कॉन्स्टेबल पर रौब झाड़ते अधिकारियों को बुलाने की बात कही. थाना प्रभारी की नजर उसके बैज पर पड़ी तो उन्हे फर्जी होने का संदेह हो गया. उन्होने जब नकली एएसपी से सख्ती से बात शुरु की तो हकीकत सामने आ गई. नकली एएसपी ने पूछताछ में बताया कि यूट्यूब पर देखकर इंदौर से वर्दी बनवाई थी. युवती के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद उसे रात में ही जमानत देकर थाने से छोड़ दिया गया. युवती ने यह भी बताया कि वह यूपीएससी का मेंस एग्जाम क्लियर कर चुकी है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार युवती ने दोपहर में मौसेरे भाई व भाभी के साथ उसने शहर का न्यू मार्केट घूमा. शाम को भाई-भाभी को यह कहते हुए टीटी नगर थाने ले आई कि यह उसका ऑफिस है, थाने से होकर आती हूं. थाने के मेन गेट से एंटर होकर कैम्पस में बने एसीपी ऑफिस पहुंची. वहां से थाने में आई और एक हेड कॉन्स्टेबल से बातचीत करते हुए रौब झाडऩे लगी. हेड कॉन्स्टेबल पर युवती अपना रौब झाड़ रही थी तभी थाना प्रभारी सुनील भदौरिया अपने केबिन से निकलकर आ गए. युवती से बातचीत करते हुए टीआई भदौरिया की नजर युवती के बैज पर पड़ी. इस पर उसके नाम के साथ नंबर भी लिखा था. उन्हें अंदाजा हो गया कि युवती फर्जी अधिकारी बनकर आई है.
उससे पुलिस से जुड़े सवाल किएए तो वह घबरा गई. हिरासत में लेकर उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया. युवती ने बताया कि उसकी मां की तबीयत बेहद खराब है. उन्हें खुशी देने के लिए उनके जीते जी सिलेक्शन होने और पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी की फर्जी कहानी रची. इंदौर से आई और भाई-भाभी को बताया कि वह नौकरी जॉइन कर चुकी है. उसका कार्यालय टीटी नगर में है. पुलिस युवती के बयानों की जांच कर रही है. शिवानी ने पुलिस को बताया कि इंदौर में पुलिस कैंटीन के सामने स्थित स्टोर से पुलिस की वर्दी, बेल्ट व जूते खरीदे थे. वहीं से ही उसने बैज भी बनवाया था. एडिशनल एसपी की वर्दी कैसी होती है, उस पर अशोक चिन्ह और सितारे कितने होते हैं और कैसे लगाए जाते हैं यह सब उसने यूट्यूब पर देखकर सीखा. इसी आधार पर वर्दी तैयार कराई थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-