अनिल/रांची
पं बंगाल की ममता सरकार के तुगलकी फरमान के कारण बिहार और झारखंड के लोग अब आलू और प्याज की किल्लत का सामना कर रहे हैं. वहीं आलू और प्याज महंगे दामों पर खरीदने को मजबूर हैं. त्योहारों का सीजन खत्म होने और शादी-ब्याह का सीजन चालू होते ही नये आलू और प्याज का दामों में गिरावट शुरू होने के साथ ही पं बंगाल सरकार द्वारा बिहार और झारखंड में निर्यात होने वाले आलू और प्याज पर रोक लगाने के कारण इन दोनों राज्यों में एक बार फिर सब्जी में काम आने वाले इन दोनों चीजों की दामों अचानक बढ़ोतरी हो गई है. इस कारण बिहार के सीमांचल के किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया में आलू-प्याज व्यापारियों के साथ साथ आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बंगाल से बिहार और झारखंड में आलू की आपूर्ति न होने के कारण फिर एक बार आलू और प्याज महंगे दामों में बिक रहे हैं.इस बीच झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीच आलू को लेकर अंतरराज्यीय व्यापार में विवाद की स्थिति बन गई है. गौरतलब है कि बंगाल सरकार ने आलू और प्याज को बिहार ले जाने पर रोक लगा दी है. बिहार-बंगाल सीमा के रामपुर चेक पोस्ट पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. ताकि पं बंगाल से आलू बिहार न ले जाया जा सके.इस फैसले के बाद बॉर्डर इलाके में व्यापारियों के बीच हड़कंप मच गया है. इस कारण आलू की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है.
ममता सरकार के नये फरमान बंगाल का आलू-प्याज केवल बंगाल में ही बिकेगा. इसके बाद बंगाल सरकार के आदेश पर आलू लदी गाड़ियों को बॉर्डर पार नहीं करने दिया जा रहा है. बंगाल पुलिस का साफ कहना है कि आलू और प्याज सिर्फ बंगाल में ही बिकेगा. इसे बाहर किसी अन्य राज्य में भेजा नहीं जाएगा. ममता सरकार ने राज्य में आलू और प्याज की किल्लत को देखते हुए यह कदम उठाया है. वहीं बिहार-झारखंड के कई ऐसे इलाके हैं. जो बंगाल बॉर्डर के सीमावर्ती जिले हैं.यहां के लोग मुख्य रूप से बंगाल के बाजारों पर निर्भर रहते हैं. इस फैसले के कारण बिहार और झारखंड के लाखों लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं. ठंड के मौसम के दस्तक देने के साथ ही आलू और प्याज के दामों में बढ़ोतरी होने से लोगों के रसोई में बनने वाले आलू परांठा का स्वाद कम कर दिया है. बिहार और झारखंड में अभी आलू के उखड़ने में काफी वक्त लगेगा. इस कारण इन दोनों राज्यों में आलू और प्याज के लिए अभी दूसरे राज्यों ही निर्भर रहना होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-