Google-NCERT के बीच पार्टनरशिप, अब यूट्यूब से पढ़ेंगे स्कूल के बच्चे, यह होगा लाभ

Google-NCERT के बीच पार्टनरशिप, अब यूट्यूब से पढ़ेंगे स्कूल के बच्चे, यह होगा लाभ

प्रेषित समय :17:17:04 PM / Mon, Dec 9th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. भारत सरकार शिक्षा को लेकर लगातार प्रयासरत रहती है. इसी सिलसिले में गूगल ने नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) के साथ पार्टनरशिप करने की  तैयारी में है. इस पार्टनरशिप के तहत गूगल आने वाले महीनों में कक्षा 1 से 12 तक के करिकुलम से जुड़े कई यूट्यूब चैनल लॉन्च करेगा. इसकी जानकारी सोमवार को दी गई. इस पार्टनरशिप का उद्देश्य भारत के हर कोने में क्वालिटी एजुकेशन पहुंचाना है. आइए इसके बारे में जानते हैं.

बता दें कि ये यूट्यूब चैनल्स 29 भाषाओं में उपलब्ध है, जिसमें साइन लैंग्वेज भी शामिल हैं. ये चैनल आसान तरीके से एजुकेशन मटेरियल को लोगों तक पहुंचाएंगे. इससे छात्रों के साथ-साथ अभिभावकों और टीचर्स को भी मदद मिलेगी. यूट्यूब हमेशा से लर्निंग को आसान बनाता आया है. भारत में जहां तक शिक्षा को सुलभ बनाने की बात है, इससे यूट्यूब इनोवेशन, टूल्स और रिसोर्सेज लर्निंग प्रोसेस में बहुत मददगार साबित हो सकते हैं. इसके अलावा, गूगल ने ऑथेंटिक करिकुलम शुरू करने के लिए नेशनल प्रोग्राम ऑफ टेक्नोलॉजी एन्हैन्स लर्निंग के साथ कोलेबरेशन की भी घोषणा की. एनबीटीईएल अब विज्ञान और साहित्य से लेकर खेल मनोविज्ञान और रॉकेट प्रोपल्शन तक कई अलग-अलग विषयों पर 50 करिकुलम देता है.

यूट्यूब पर सर्टिफिकेशन कोर्स

डायरेक्टर ऑफ प्रोडक्ट मैनेजर, यूट्यूब लर्निंग जोनाथन किट्जमैन ने अपने गूगल ब्लॉग पोस्ट में कहा कि इस पहल के जरिए, आईआईटी सिस्टम से बाहर के किसी भी व्यक्ति के लिए एनपीटीईएल के यूट्यूब चैनल पर कोर्स करने और फिर NPTEL-SWAYAM पोर्टल पर ऑनलाइन सर्टिफिकेशन पूरा करने और आईआईटी से सर्टिफिकेट पाने का रास्ता बनाया गया है. उन्होंने आगे कहा कि आने वाले महीनों में और भी कोर्स शुरू किए जाएंगे.

गूगल की स्ट्रीमिंग साइट यूट्यूब ने क्रिएटर्स को बेहतर एजुकेशन एक्सपीरियंस देने में मदद करने के लिए 2022 में भारत में सबसे पहले कोर्स शुरू किए. 2024 में, कंपनी ने और भी ज्यादा क्रिएटर्स को कोर्स विकसित करने और साझा करने के लिए सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया. इसके अलावा, समझ में सहायता के लिए इसने मेन कॉन्सेप्ट के रोल-आउट के साथ इसे एक कदम आगे बढ़ाया है.

आगे उन्होंने बताया कि एआई का उपयोग करके, हम एक वीडियो में शामिल कॉन्सेप्ट की पहचान करते हैं और जीव विज्ञान, भौतिकी और रसायन विज्ञान जैसे विषयों में उन कॉन्सेप्ट  के वेब से परिभाषाएं दे सकते हैं. हम वीडियो की ट्रांसक्रिप्ट और अन्य संबंधित वीडियो मेटाडेटा के आधार पर गूगल के नॉलेज ग्राफ से डेफिनेशन और इमेज पेश करते हैं.

कंपनी ने ऑनलाइन वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म ने क्विज भी पेश किए हैं, ताकि स्टूडेंट्स को सीखी गई बातों को लागू करने में मदद मिल सके. इसका यूट्यूब प्लेयर फॉर एजुकेशन खास स्टूडेंट्स के लिए डिजाइन किया गया. जो एजुकेशन टूल में यूट्यूब वीडियो दिखाने के तरीके को बेहतर बनाता है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-