शगुन के लिफाफे में 1 रुपये का सिक्का, क्या यह सिर्फ एक परंपरा है?

शगुन के लिफाफे में 1 रुपये का सिक्का, क्या यह सिर्फ एक परंपरा है?

प्रेषित समय :19:27:20 PM / Wed, Dec 11th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

*अक्सर आपने ऐसा देखा होगा कि जब भी हम किसी शादी-सगाई या फिर कोई शुभ कार्य में जाते हैं तो उसे शगुन का लिफाफा देते हैं. इस लिफाफे में 1 रुपए भी जरूर दिए जाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी ऐसा सोचा है कि एक रुपया देने का क्या कारण हो सकता है?

*शादी-ब्याह या किसी भी शुभ मौके पर शगुन का लिफाफा देने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. यह लिफाफा शादी या फिर उस शुभ कार्य की शुभकामना और आशीर्वाद के तौर पर दिया जाता है. 

शगुन के लिफाफे में चाहे 11 रुपये हों, 21, 51 या फिर 101 रुपये, उसमें 1 रुपये का सिक्का जरूर डाला जाता है. क्योंकि माना जाता है कि उस लिफाफे में पैसे चाहें कितने भी हों लेकिन जब उसमें 1 रुपये का सिक्का जुड़ता है तभी वह शगुन बनता है. इसका एक बड़ा कारण यह है कि 1 संख्या को अविभाज्य माना जाता है. यानी इस संख्या का विभाजन नहीं किया जा सकता है. इसलिए शगुन में 1 का सिक्का दिया जाता है. जब शगुन में 1 रुपये का सिक्का दिया जाता है, तो यह संकेत होता है कि रिश्ता हमेशा मजबूत और अटूट बना रहे.

*क्या है इसकी धार्मिक मान्यता*

धार्मिक रूप से भी 1 रुपये का सिक्का बहुत खास माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस सिक्के के साथ देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद भी जुड़ा होता है. जब शगुन में 1 रुपये का सिक्का देते हैं, तो इसका मतलब है कि उस व्यक्ति को जीवन में सुख-समृद्धि व खुशहाली मिले. एक अन्य मान्यता के अनुसार, मां लक्ष्मी को धातु से भी जोड़ा जाता है और जो शगुन के लिफाफे पर 1 रुपये का सिक्का होता है वह मां लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. ऐसे में जब भी हम किसी को शगुन का लिफाफा देते हैं तो उसके साथ मां लक्ष्मी का आशीर्वाद जुड़ा होता है.

लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि दुख की घड़ी में या बुरे में कभी भी 1 रुपये का सिक्का नहीं देना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. यह सिक्का सिर्फ शुभ अवसरों के लिए होता है, इसलिए इसे सिर्फ खुशी और शुभकामनाओं के साथ ही जोड़ा जाता है.

Astro nirmal

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-