किसानों ने अम्बाला में निकाला ट्रेक्टर मार्च, हरियाणा में मोबाइल, इंटरनेट सेवाएं बंद

किसानों ने अम्बाला में निकाला ट्रेक्टर मार्च, हरियाणा में मोबाइल

प्रेषित समय :18:44:15 PM / Mon, Dec 16th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

अम्बाला. दिल्ली की ओर पैदल मार्च कर रहे 101 किसानों के जत्थे को हरियाणा पुलिस द्वारा शंभू बॉर्डर पर रोक दिया गया. इसके बाद किसानों ने आज हरियाणा के अंबाला जिले में ट्रैक्टर मार्च निकाला. ट्रैक्टर मार्च संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के किसानों द्वारा उठाई जा रही मांगों के समर्थन में था. जो हरियाणा राज्य के खनौरी व शंभू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

किसानों व पुलिस के बीच हिंसक झड़पों के बाद चल रहा आंदोलन और तेज हो गया है. जिसमें 17 किसान कथित रूप से घायल हुए हैं. किसानों ने अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखने की कसम खाई है. जिसके चलते आज ट्रैक्टर मार्च फिर 18 दिसंबर को रेल रोको की योजना शामिल है.  इस बीच हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने किसानों से ट्रेनों को रोकने के बजाय विरोध करने के वैकल्पिक तरीके खोजने का आग्रह किया है. विज ने कहा कि प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद हर संगठन विरोध प्रदर्शन कर सकता है. किसानों को ट्रेनें नहीं रोकनी चाहिए क्योंकि इससे कई लोगों को असुविधा होगी.

18 दिसंबर को रेल रोको प्रदर्शन इस बीच सरवन सिंह पंधेर ने पंजाब के लोगों से 18 दिसंबर को किसानों द्वारा निर्धारित रेेल रोको आंदोलन में शामिल होने की अपील की है. श्री पंधेर ने कहा कि मैं पंजाब के लोगों से 18 दिसंबर को रेेल रोको आंदोलन में शामिल होने की अपील करना चाहता हूं. हम पंजाब के सभी 13000 गांवों के लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे रेलवे ट्रैक के पास रहते हैं और अपने निकटतम रेलवे क्रॉसिंग व रेलवे स्टेशनों को दोपहर 12 से 3 बजे तक बंद कर दें.

किसान नेता ने विपक्ष खासकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर किसानों के लिए पार्टी के वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया. किसानों के नियोजित मार्च के जवाब में हरियाणा सरकार ने सार्वजनिक शांति बनाए रखने अंबाला के 12 गांवों में मोबाइल इंटरनेट व बल्क एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया. अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सुमिता मिश्रा द्वारा जारी आदेश के अनुसार यह निलंबन 17 दिसंबर तक लागू रहेगा. किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए मार्च कर रहे हैं. वे केंद्र पर अपने मुद्दों को हल करने के लिए उनसे बातचीत करने का भी दबाव बना रहे हैं.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-