भोपाल. फ्री बीज से सरकार का बजट प्रभावित होता है और इसके चलते विकास के कार्य और संविधान के अनुसार जो उत्तरदायित्व सरकार के लिए निर्धारित वे भी प्रभावित होते हैं यह बात पूर्व सांसद और पूर्व सीनियर आईएएस अधिकारी रहे डॉ. भागीरथ प्रसाद ने कही.
आईआईपीए - भारतीय लोक प्रशासन संस्थान मध्य प्रदेश क्षेत्रीय शाखा द्वारा प्रशासन अकादमी भोपाल में शनिवार, 21 दिसंबर 2024 को लोकलुभावन वायदों का समग्र राष्ट्रीय विकास पर प्रभाव विषय पर आयोजित संगोष्ठी में भागीरथ प्रसाद ने कहा की सरकारों की प्राथमिकता में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, आमजन की सुरक्षा सबसे पहले होना चाहिए तात्कालिक लाभ की वस्तुओं का वैध और अवैध रूप से वितरण बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए. श्री प्रसाद ने अपने सांसद और आईएएस अधिकारी के रूप में प्राप्त अनुभवों को भी साझा किया.
वरिष्ठ पत्रकार सरमन नगेले ने इस बात पर बल दिया की सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता अंतत: जनकल्याण रहता है इसलिए वंचित वर्ग को जो भी फ्री में सुविधाएं अथवा वस्तुएं वितरित की जाती हैं उसको फ्री बीज कहना उचित नहीं है. क्योंकि भारत जैसे विशाल देश में आज भी शिक्षा के साथ -साथ जीवन जीने से लेकर कई स्तरों पर असमानता देखने को मिलती है.
श्री नगेले ने कहा की जिस प्रकार ब्रिटिश के कई मीडिया संस्थान चुनाव में अपना दायित्व निभाते हैं वैसा भारत में देखने को नहीं मिलता . बिग पॉलिटिकल पार्टी अथवा बड़े राजनेता का तो कैम्पेन ट्रेल हो जाता है, लेकिन स्वतंत्र उम्मीदवार इस प्रक्रिया से नदारद रहता है.
सरमन नगेले ने बार -बार चुनाव हों इसकी की वकालत करते हुए कहा चुनाव में होने वाले खर्च के लिए फंड एक प्रक्रिया के तहत भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराया जान चाहिए . इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग को और अधिक प्रभावी और साधन संपन्न बनाने के लिए राजनीतिक दलों को जो भी संविधान के अनुसार आवश्यक कदम उठाना हो वे उठाएं.
श्री केवल कृष्ण सेठी पूर्व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और चेयरमैन आईआईपीए - भारतीय लोक प्रशासन संस्थान मध्य प्रदेश क्षेत्रीय शाखा ने विषय प्रवर्तन किया. भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी डीपी तिवारी ने सभी का आभार व्यक्त किया. संगोष्ठी में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्य सचिव और पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त ए. के. विजयवर्गीय, पूर्व सीनियर आईएएस अधिकारी डॉ.पुखराज मारू, रामप्रसाद, के एम आचार्य, पूर्व डीजीपी मध्य प्रदेश, एससी त्रिपाठी समेत अनेक अधिकारी मौजूद थे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-