जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर स्टेशन पर पुणे-दानापुर एक्सप्रेस कोच की जांच के दौरान एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां एसी कोच के नीचे लगी ट्रॉली से एक युवक को निकाला गया, जो इटारसी से जबलपुर तक कोच के नीचे चक्कों के समीप लेटकर सफर कर चुका था. ट्रेन जबलपुर स्टेशन पर पहुंची और रेलवे कर्मी उसकी जांच कर रहे थे, तभी उनकी नजर ट्रॉली में छुपे युवक पर पड़ी. तब तक वह उसी हालत में 250 किमी का सफर कर चुका था. उसे तत्काल बाहर निकाला गया.
रेल कर्मचारियों ने युवक को आरपीएफ के हवाले कर दिया है. आरपीएफ युवक से पूछताछ कर रही है. युवक ने बताया कि उसके पास टिकट खरीदने के पैसे नहीं थे, इसलिए उसने यह उपाय लगाया था. उससे आगे की पूछताछ की जा रही है. यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल है और लोग यह जानने का प्रयास कर रहे है कि जान जोखिम में डालकर युवक ने यात्रा करने की यह तरकीब कैसे दिमाग में लायी?
जबलपुर में कैरिज एंड वैगन विभाग के कर्मचारियों रोलिंग और अंडर गियर जांच कर रहे थे, तभी उन्होंने युवक को रेलिंग पर लेटे देखा. इसके बाद कर्मचारियों वायरलेस के जरिए लोको पायलट को सूचना दी और ट्रेन को रुकवाया. तब ट्रॉली में छिपे युवक को बाहर निकाला गया. भीषण सर्दी में ट्रेन के चक्कों के पास जान जोखिम में डालकर यात्रा करने वाले युवक से आगे की पूछताछ की जा रही है. उसे हिरासत में ले लिया गया है. युवक ये यह पता लगाया जा रहा है कि उसे यह कैसे पता चला कि उक्त स्थान पर वह सुरक्षित लेट सकता है?
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-