मुस्लिम जमात के फतवा से मचा बवाल, कहा- मुस्लिमों के लिए नाजायज है नए साल पर जश्न

मुस्लिम जमात के फतवा से मचा बवाल, कहा- मुस्लिमों के लिए नाजायज है नए साल पर जश्न

प्रेषित समय :13:40:25 PM / Mon, Dec 30th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. साल 2024 हमसे विदा ले रहा है. नया साल 2025 का आगाज होने जा रहा है. नए साल के जश्न की तैयारियां अपने चरम पर है. नए साल के स्वागत की तैयारियों के बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने फरमान जारी कर नया विवाद पैदा कर दिया है.

ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने मुस्लिम समुदाय से नए साल का जश्न न मनाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को नया साल का जश्न नहीं मनाना चाहिए. यह ईसाईयों का नया साल है, मुस्लिमों का नहीं. बरेलवी ने मुस्लिम समुदाय के लिए फतवा जारी करते हुए कहा कि नए साल का जश्न मनाना, मुबारकवाद देना औश्र प्रोग्राम आयोजित करना इस्लाम में पूरी तरह से नाजायज है.

क्या कहा है ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के प्रेसिडेंट ने?

मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने बताया कि चश्मे दरफ्ता बरेली ने नए साल के जश्न को लेकर एक फतवा जारी किया है. इस फतवे में नए साल का जश्न मनाने वाले युवक-युवतियों को हिदायत दी गई है कि नए साल का जश्न मनाना कोई गर्व की बात नहीं है और न ही इस जश्न को मनाया जाना चाहिए और न ही इसकी बधाई दी जानी चाहिए. क्योंकि नए साल से ईसाई नववर्ष यानी अंग्रेजी वर्ष की शुरुआत होती है. मुसलमानों के लिए किसी भी गैर-धार्मिक रीति-रिवाज को मनाना सख्त मना है. नए लड़के-लड़कियों को नए साल का जश्न न मनाने की हिदायत दी गई है. उन्होंने अपील किया कि मुसलमानों को नए साल का जश्न मनाने से बचना चाहिए.

मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि गैर इस्लामिक कार्यक्रम में मुस्लिमों को भाग नहीं लेना चाहिए. नया साल का जश्न मनाना, नाच गाना करना, पटाखे जलाना, मुबारकवाद देना...ये काम इस्लामी शरीयत में नाजायज है. अगर कोई मुस्लिम गैर शरई काम करता है तो वह गुनहगार होगा. ऐसे में मुसलमानों को चाहिए कि शरीयत के खिलाफ कोई काम न करें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-